बैडमिंटन संघ को बदनाम करने की साजिश: नारंग

Friday, Mar 03, 2017 - 10:12 AM (IST)

 

नई दिल्ली: वर्ष 2014 में जापान सरकार द्वारा वित्त पोषित एक युवा-खेल आदान-प्रदान कार्यक्रम में अपने कुछ रिश्तेदारों को कथित रूप से खिलाड़ी बनाकर भेजने में भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) और दिल्ली कैपिटल बैडमिंटन एसोसिएशन के कुछ पदाधिकारियों के शामिल होने के विवाद पर बाई के सचिव अनूप नारंग ने गुरुवार को कहा कि ऐसे आरोप उसके विरोधियों द्वारा संघ को बदनाम करने की साजिश है।

नारंग ने एक बयान जारी कर कहा कि मीडिया रिपोर्टो में कोई सच्चाई नहीं है और माननीय खेल मंत्री विजय गोयल ने भी अपने बयान में साफ कहा है कि सवालों के घेरे में आया इवेंट एक सांस्कृतिक आदान प्रदान कार्यक्रम था और खेल मंत्रालय का इस कार्यक्रम से कोई लेना देना नहीं है।

उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्टाे का यह कहना है कि संघ और बाई के अध्यक्ष डा अखिलेश दास गुप्ता के खिलाफ जांच शुरु कर दी गई है, पूरी तरह गलत और भ्रामक है। यह प्रयास ऐसे निहित स्वार्थाे तत्वों द्वारा किए जा रहे हैं जो बाई की छवि और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। नारंग ने साथ ही कहा कि हम यह बताना चाहते हैं कि बाई के महासचिव विजय सिन्हा को गत नौ जनवरी को बेंगलुरु में हुई कार्यकारी समिति की बैठक में निष्कासित कर दिया गया था और वह बाई की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए हर गलत तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं। डा सिन्हा और उनके बेटे निशांत सिन्हा को यूपी बैडमिंटन संघ से भी बाहर कर दिया गया था।

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