तीस प्रतिशत लोगों को टीका लगवाने से मिली प्रतिरक्षा छह महीने बाद खत्म हो गई: अध्ययन

Wednesday, Jan 19, 2022 - 06:00 PM (IST)

हैदराबाद, 19 जनवरी (भाषा) टीकाकरण प्रतिरक्षा को लेकर एआईजी हॉस्पिटल्स और एशियन हेल्थकेयर फाउंडेशन द्वारा किये गए अध्ययन के अनुसार लगभग 30 प्रतिशत लोगों को टीका लगवाने से मिली प्रतिरक्षा छह महीने बाद खत्म हो गई।

एआईजी अस्पताल द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार कोविड-19 रोधी टीकाकरण पूरा करा चुके 1,636 स्वास्थ्यकर्मियों पर यह अध्ययन किया गया।

एआईजी अस्पताल के अध्यक्ष डॉक्टर डी. नागेश्वर रेड्डी ने कहा, ''''हमारे अध्ययन के परिणाम अन्य वैश्विक अध्ययनों के समान हैं। हमने पाया है कि टीकाकरण के छह महीने बाद लगभग 30 प्रतिशत व्यक्तियों में एंटीबॉडी का स्तर 100 एयू / एमएल के सुरक्षात्मक प्रतिरक्षा स्तर से नीचे था। ये व्यक्ति उच्च रक्तचाप,मधुमेह जैसी विभिन्न बीमारियों से भी जूझ रहे थे और इनकी आयु 40 वर्ष से अधिक थी। जिन लोगों पर अध्ययन किया गया उनमें से 6 प्रतिशत के शरीर ने कोई प्रतिरक्षा सुरक्षा विकसित नहीं की।''''
परिणामों ने स्पष्ट रूप से संकेत दिया कि उम्र के साथ-साथ प्रतिरक्षा में कमी आनुपातिक है, जिसका अर्थ है कि युवा लोगों में बुजुर्ग आबादी की तुलना में अधिक निरंतर एंटीबॉडी स्तर होते हैं।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि अध्ययन के परिणामों में एक महत्वपूर्ण बात यह पता चली है कि उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसे विभिन्न रोगों से ग्रस्त 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण पूरा होने के छह महीने बाद एंटीबॉडी प्रतिक्रिया काफी कम है।

एआईजी ने कहा कि 40 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को मधुमेह और उच्च रक्तचाप होने पर सार्स-कोव-2 संक्रमण का अधिक खतरा हो सकता है और इन व्यक्तियों को छह महीने के बाद बूस्टर खुराक के लिए प्राथमिकता दी जानी चाहिए।



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PTI News Agency

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