तेलुगू गीतकार सीताराम शास्त्री का किया गया अंतिम संस्कार

punjabkesari.in Wednesday, Dec 01, 2021 - 06:41 PM (IST)

हैदराबाद, एक दिसंबर (भाषा) तेलुगू फिल्मों के जाने माने गीतकार ‘सिरीवेन्नेला’ सीताराम शास्त्री का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले फिल्म जगत से जुड़ी कई हस्तियों और राजनीतिक नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

शास्त्री का मंगलवार को यहां एक निजी अस्पताल में फेफड़े के कैंसर से संबंधित जटिलताओं के कारण निधन हो गया था।
उनके पार्थिव देह को यहां फिल्म चैम्बर्स में रखा गया था और फिर जुबली हिल्स के महाप्रस्थानम श्मशानघाट ले जाया गया। शास्त्री के बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी।

चिरंजीवी, नागार्जुन, पवन कल्याण, अल्लू अर्जुन, महेश बाबू, प्रसिद्ध निर्देशक एस एस राजामौली सहित तेलुगु फिल्म जगत के जाने माने कलाकारों ने दिवंगत गीतकार को श्रद्धांजलि दी।

तेलंगाना के वित्त मंत्री टी हरीश राव व आंध्र प्रदेश के सूचना मंत्री पर्नी नानी ने भी शास्त्री को अंतिम श्रद्धांजलि दी।

चिरंजीवी ने पत्रकारों से कहा, “यह तेलुगु फिल्म जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। इस क्षति की भरपाई कोई नहीं कर सकता। मैंने एक अच्छा मित्र खो दिया है। साहित्य के लिहाज से वह फिल्म जगत के आखिरी किंवदंती हैं।”
महेश बाबू ने कहा,“ हमने आज अपनी सबसे बड़ी प्रतिभा खो दी। मेरी प्रार्थना शास्त्री के परिवार के साथ है।” उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य शीर्ष नेताओं ने शास्त्री के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

शास्त्री ने ‘सिरीवेन्नेला’, ‘स्वर्ण कमलम’, ‘शुभ लग्नम’, ‘रुद्रवीणा’ और कई अन्य फिल्मों में अपने शानदार गीतों के साथ तेलुगू भाषी लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ी है। वह जाने-माने निर्देशक के. विश्वनाथ की 1986 में आई फिल्म ‘सिरीवेन्नेला’ से लोकप्रिय हुए।

इसके बाद उन्हें ''सिरीवेन्नेला'' सीताराम शास्त्री के नाम से जाना जाने लगा, हालांकि उनका उपनाम चेम्बोलु था।

उन्होंने लगभग तीन हजार गाने लिखे और अन्य सम्मानों के अलावा, कई बार आंध्र प्रदेश सरकार का नंदी पुरस्कार प्राप्त किया है।


यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

PTI News Agency