एकल उपयोग प्लास्टिक का विकल्प बेहद अहम: अश्विनी चौबे
punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2022 - 10:18 PM (IST)
चेन्नई, 27 सितंबर (भाषा) केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने मंगलवार को यहां कहा कि भारत एकल उपयोग प्लास्टिक को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसका विकल्प सुनिश्चित करना बेहद अहम है।
चौबे ने कहा कि कई स्टार्ट-अप और नन्वोमेषक ने इसे चुनौती के तौर पर लिया है और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प विकसित किए हैं।
उन्होंने यहां केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और तमिलनाडु सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित प्रतिबंधित एकल उपयोग प्लास्टिक के विकल्प पर राष्ट्रीय प्रदर्शनी और स्टार्ट-अप सम्मेलन में उक्त टिप्पणी की।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु राज्य मंत्री चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आह्वान के अनुरूप भारत ने एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की वस्तुओं को प्रतिबंधित किया है।
उन्होंने कहा कि भारत ने एकल उपयोग प्लास्टिक के कारण होने वाले प्रदूषण के निदान पर दुनिया भर का ध्यान खींचने के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी नेतृत्व किया है।
मंत्री ने कहा “ एक स्टार्ट-अप ने धान की पराली से पैकेजिंग सामग्री बनाई है। नवाचार न केवल प्लास्टिक से होने प्रदूषण को रोकेगा बल्कि धान की पराली को जलाने से होने वाले प्रदूषण को भी कम करने में मदद करेगा।”
तमिलनाडु के पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री शिव वी मयनाथन ने कहा कि प्लास्टिक समुद्री जीवन के लिए भी खतरा है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
चौबे ने कहा कि कई स्टार्ट-अप और नन्वोमेषक ने इसे चुनौती के तौर पर लिया है और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प विकसित किए हैं।
उन्होंने यहां केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और तमिलनाडु सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित प्रतिबंधित एकल उपयोग प्लास्टिक के विकल्प पर राष्ट्रीय प्रदर्शनी और स्टार्ट-अप सम्मेलन में उक्त टिप्पणी की।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु राज्य मंत्री चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आह्वान के अनुरूप भारत ने एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की वस्तुओं को प्रतिबंधित किया है।
उन्होंने कहा कि भारत ने एकल उपयोग प्लास्टिक के कारण होने वाले प्रदूषण के निदान पर दुनिया भर का ध्यान खींचने के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी नेतृत्व किया है।
मंत्री ने कहा “ एक स्टार्ट-अप ने धान की पराली से पैकेजिंग सामग्री बनाई है। नवाचार न केवल प्लास्टिक से होने प्रदूषण को रोकेगा बल्कि धान की पराली को जलाने से होने वाले प्रदूषण को भी कम करने में मदद करेगा।”
तमिलनाडु के पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री शिव वी मयनाथन ने कहा कि प्लास्टिक समुद्री जीवन के लिए भी खतरा है।
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