तमिलनाडु ने सामाजिक-राजनीतिक, धार्मिक कार्यक्रमों को मंजूरी वाला आदेश रद्द किया
Thursday, Nov 12, 2020 - 04:24 PM (IST)
चेन्नई, 12 नवम्बर (भाषा) तमिलनाडु सरकार ने 16 नवंबर से अधिकतम 100 लोगों की भागीदारी वाले सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अनुमति देने वाला अपना आदेश बृहस्पतिवार को रद्द कर दिया।
सरकार ने त्यौहारों के मौसम और सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने से एक-दूसरे से दूरी बनाये रखने जैसे कोविड-19 नियमों की अवहेलना होने का उल्लेख करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों के संबंध में प्रतिबंध जारी रहेंगे और इसमें मनोरंजन और शिक्षा से जुड़े कार्यक्रम भी शामिल होंगे।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह सरकार के संज्ञान में आया है कि लोग ‘‘बिना सामाजिक दूरी बनाये और बिना मास्क पहने’’ बाजार और बस टर्मिनलों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी संख्या में एकत्रित हो रहे हैं।
सरकार ने कहा कि हालांकि तमिलनाडु में वायरस के प्रसार को कुछ उपायों से नियंत्रित किया गया है लेकिन अन्य देशों में महामारी की दूसरी लहर की संभावना को देखते हुए पाबंदियों को लागू करना जरूरी हो गया है।
दीपावली त्योहार के मद्देनजर यहां केटी नगर जैसे बाजारों और खरीदारी केंद्रों में लोगों की भीड़ लगी हुई है।
सरकार ने 31 अक्टूबर को कहा था कि सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को 16 नवंबर से अनुमति दी जाएगी और सामाजिक दूरी जैसे उपायों का पालन करते हुए अधिकतम 100 लोग इनमें शामिल हो सकेंगे।
सरकार ने हाल ही में भाजपा की ''वेल ’या वेत्री वेल यात्रा’ पर रोक लगा दी थी जो मूल रूप से छह नवंबर से छह दिसंबर तक निर्धारित थी। प्रतिबंध के बावजूद यात्रा निकालने को लेकर कई जगह पर भाजपा नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया था।
तमिलनाडु में 11 नवंबर तक संक्रमण के कुल 7,50,409 मामले सामने आए। इनमें से 7,20,339 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि अभी 18,655 मरीज उपचाराधीन है। कोरोना वायरस से राज्य में कुल 11,415 मरीजों की मौत हो चुकी है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
सरकार ने त्यौहारों के मौसम और सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने से एक-दूसरे से दूरी बनाये रखने जैसे कोविड-19 नियमों की अवहेलना होने का उल्लेख करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों के संबंध में प्रतिबंध जारी रहेंगे और इसमें मनोरंजन और शिक्षा से जुड़े कार्यक्रम भी शामिल होंगे।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह सरकार के संज्ञान में आया है कि लोग ‘‘बिना सामाजिक दूरी बनाये और बिना मास्क पहने’’ बाजार और बस टर्मिनलों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी संख्या में एकत्रित हो रहे हैं।
सरकार ने कहा कि हालांकि तमिलनाडु में वायरस के प्रसार को कुछ उपायों से नियंत्रित किया गया है लेकिन अन्य देशों में महामारी की दूसरी लहर की संभावना को देखते हुए पाबंदियों को लागू करना जरूरी हो गया है।
दीपावली त्योहार के मद्देनजर यहां केटी नगर जैसे बाजारों और खरीदारी केंद्रों में लोगों की भीड़ लगी हुई है।
सरकार ने 31 अक्टूबर को कहा था कि सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को 16 नवंबर से अनुमति दी जाएगी और सामाजिक दूरी जैसे उपायों का पालन करते हुए अधिकतम 100 लोग इनमें शामिल हो सकेंगे।
सरकार ने हाल ही में भाजपा की ''वेल ’या वेत्री वेल यात्रा’ पर रोक लगा दी थी जो मूल रूप से छह नवंबर से छह दिसंबर तक निर्धारित थी। प्रतिबंध के बावजूद यात्रा निकालने को लेकर कई जगह पर भाजपा नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया था।
तमिलनाडु में 11 नवंबर तक संक्रमण के कुल 7,50,409 मामले सामने आए। इनमें से 7,20,339 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि अभी 18,655 मरीज उपचाराधीन है। कोरोना वायरस से राज्य में कुल 11,415 मरीजों की मौत हो चुकी है।
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