इस साल 4314 महिलाएं बिना ‘मेहरम’ के हज यात्रा करेंगी
punjabkesari.in Wednesday, Mar 29, 2023 - 08:40 PM (IST)

नयी दिल्ली, 29 मार्च (भाषा) भारत से इस साल 4314 महिलाओं ने ‘मेहरम’ (नजदीकी पुरुष रिश्तेदार) के बिना हज यात्रा पर जाने के लिए आवेदन किया है और वे हज के लिए जाएंगी।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, ‘‘इस साल 4314 महिलाओं ने ‘मेहरम’ के बिना हज यात्रा पर जाने के लिए आवेदन किया है। इनको प्राथमिकता दी जाएगी और ये सभी महिलाएं हज के लिए जाएंगी।’’
अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हज-2023 के लिए कुछ फैसले भी किए हैं जिनमें हजयात्रियों की चिकित्सा जांच से संबंधित विषय भी शामिल है।
मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि हज यात्रा के लिए स्वास्थ्य संबंधी समग्र इंतजाम किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हज यात्री चिकित्सा जांच के लिए अब सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का भी उपयोग कर सकेंगे जिससे उन्हें सहूलियत होगी और पैसे की भी बचत होगी। पहले ज्यादातर चिकित्सा जांच निजी स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से होती थी।
इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अप्रैल के पहले सप्ताह में विशेषज्ञों का एक दल सऊदी अरब जाएगा और हजयात्रियों के लिए चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लेगा। इसके बाद सऊदी अरब में हजयात्रियों के लिए जरूरी चिकित्सा प्रबंध किए जाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा जहां हजयात्रियों के स्वास्थ्य से संबंधित पूरा विवरण उपलब्ध होगा जिससे चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों को भी सुविधा होगी।’’
अधिकारी ने बताया कि इस हज के सभी प्रस्थान स्थलों के हवाई अड्डों पर भी हजयात्रियों के लिए ‘हेल्थ डेस्क’ होगा जहां उन्हें स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं मिल सकेंगी।
भारत से इस साल 1,75,025 लोग हज पर जाएंगे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, ‘‘इस साल 4314 महिलाओं ने ‘मेहरम’ के बिना हज यात्रा पर जाने के लिए आवेदन किया है। इनको प्राथमिकता दी जाएगी और ये सभी महिलाएं हज के लिए जाएंगी।’’
अल्पसंख्यक मंत्रालय ने हज-2023 के लिए कुछ फैसले भी किए हैं जिनमें हजयात्रियों की चिकित्सा जांच से संबंधित विषय भी शामिल है।
मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि हज यात्रा के लिए स्वास्थ्य संबंधी समग्र इंतजाम किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हज यात्री चिकित्सा जांच के लिए अब सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का भी उपयोग कर सकेंगे जिससे उन्हें सहूलियत होगी और पैसे की भी बचत होगी। पहले ज्यादातर चिकित्सा जांच निजी स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से होती थी।
इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अप्रैल के पहले सप्ताह में विशेषज्ञों का एक दल सऊदी अरब जाएगा और हजयात्रियों के लिए चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लेगा। इसके बाद सऊदी अरब में हजयात्रियों के लिए जरूरी चिकित्सा प्रबंध किए जाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा जहां हजयात्रियों के स्वास्थ्य से संबंधित पूरा विवरण उपलब्ध होगा जिससे चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों को भी सुविधा होगी।’’
अधिकारी ने बताया कि इस हज के सभी प्रस्थान स्थलों के हवाई अड्डों पर भी हजयात्रियों के लिए ‘हेल्थ डेस्क’ होगा जहां उन्हें स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं मिल सकेंगी।
भारत से इस साल 1,75,025 लोग हज पर जाएंगे।
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