पश्चिम की कुछ ताकतें भारत की प्रगति को स्वीकार नहीं कर पा रहीं : नायडू

punjabkesari.in Thursday, Mar 23, 2023 - 10:09 AM (IST)

नयी दिल्ली, 21 मार्च (भाषा) पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मंगलवार को दावा किया कि पश्चिम की कुछ ताकतें भारत की प्रगति को स्वीकार नहीं कर पा रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में सच्ची धर्मनिरपेक्षता का पालन किया जाता है।

नायडू ने यह भी कहा कि राजनीतिक हितों को पूरा करने के लिए सेना को किसी विवाद में नहीं शामिल किया जाना चाहिए, क्योंकि वह जम्मू-कश्मीर में प्रतिकूल परिस्थितियों में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें कश्मीर को लेकर परेशानी और विवाद पैदा करने की कोशिश कर रही हैं।

भारत में लोकतंत्र के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी और अडाणी समूह से जुड़े मुद्दों को लेकर संसद में गतिरोध के बीच, नायडू ने कहा कि सदन को बहस एवं चर्चा करनी चाहिए और निर्णय लेना चाहिए, लेकिन संसद में कोई व्यवधान नहीं होना चाहिए।

नायडू यहां 29वां लाल बहादुर शास्त्री स्मृति व्याख्यान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। उन्होंने कहा, "भारत को दुनिया भर में सम्मान मिल रहा है, हालांकि पश्चिम की कुछ ताकतें, खास कर औपनिवेशिक शासक, भारत की प्रगति को स्वीकार नहीं कर पा रही हैं।’’
नायडू ने कहा, "यही कारण है कि भारत और इसकी प्रगति के बारे में आपको अक्सर यहां-वहां नकारात्मक खबरें मिलेंगी... हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं।’’
नायडू ने दावा किया कि भारत के कुछ "विकृत" लोग देश से बाहर जाते हैं और कहते हैं कि ब्रिटिश शासन बेहतर था। उन्होंने कहा, "सौभाग्य से, किसी नेता ने ऐसा नहीं कहा। मैं किसी और व्यक्ति का नाम नहीं लेना चाहता हूं।"
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने ही सबसे पहले "जय जवान, जय किसान" के अपने स्पष्ट आह्वान के साथ आत्मनिर्भर भारत की दिशा में पहल की थी।

नायडू ने शास्त्री को ऐसा दूरदर्शी नेता बताया, जिन्होंने अपने नेतृत्व, सादगी, ईमानदारी, उच्च नैतिक मूल्यों के पालन और राष्ट्रीय हित के मामलों पर दृढ़ता से कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है।



यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

PTI News Agency

Recommended News