प्रदूषण के कारण यमुना में जलीय जीवन में उल्लेखनीय कमी : राज्यसभा में सरकार ने कहा
punjabkesari.in Monday, Mar 13, 2023 - 11:27 PM (IST)

नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) यमुना में प्रदूषण के कारण कतला, रोहू और मिरगला मछली जैसे जलीय जीवों की संख्या में काफी कमी आई है। जल शक्ति मंत्रालय ने यह जानकारी दी है।
राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने कहा कि केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सीआईएफआरआई) को यमुना नदी सहित गंगा नदी बेसिन में प्रमुख भारतीय मछलियों की संख्या को बहाल करने का काम सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि सीआईएफआरआई द्वारा किए गए अध्ययनों के अनुसार, प्रदूषण के कारण यमुना नदी में प्रमुख भारतीय मछलियों जैसे कतला, रोहू और मिरगला की संख्या में काफी कमी आई है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-2022 के दौरान, लगभग 75 लाख छोटी मछलियों को नदियों में छोड़ा गया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने कहा कि केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सीआईएफआरआई) को यमुना नदी सहित गंगा नदी बेसिन में प्रमुख भारतीय मछलियों की संख्या को बहाल करने का काम सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि सीआईएफआरआई द्वारा किए गए अध्ययनों के अनुसार, प्रदूषण के कारण यमुना नदी में प्रमुख भारतीय मछलियों जैसे कतला, रोहू और मिरगला की संख्या में काफी कमी आई है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-2022 के दौरान, लगभग 75 लाख छोटी मछलियों को नदियों में छोड़ा गया।
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