उपचुनाव परिणाम: कांग्रेस ने तीन सीटों, भाजपा और उसकी सहयोगी ने दो सीटों पर जीत दर्ज की

Thursday, Mar 02, 2023 - 10:02 PM (IST)

नयी दिल्ली, दो मार्च (भाषा) विधानसभा उपचुनाव के नतीजे बृहस्पतिवार को कांग्रेस के लिए कुछ राहत लेकर आये क्योंकि उसने महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में एक-एक सीट पर जीत दर्ज की।

कांग्रेस ने महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में क्रमश: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से एक-एक सीट छीन ली और द्रविड़ मुनेष कषगम (द्रमुक) के समर्थन से तमिलनाडु में एक सीट बरकरार रखी।

वहीं भाजपा और उसकी सहयोगी आजसू ने क्रमश: महाराष्ट्र और झारखंड में एक-एक सीट जीती।

पश्चिम बंगाल की सागरदिघी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार बायरन विश्वास ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रत्याशी को 22,980 मतों से पराजित किया।

इसके साथ ही वह मौजूदा विधानसभा के लिए निर्वाचित होने वाले कांग्रेस के पहले विधायक बन गए हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को सागरदिघी विधानसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत को ‘‘अनैतिक’’ बताते हुए आरोप लगाया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के अलावा कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस को हराने के लिए भाजपा के साथ समझौता किया था।
बनर्जी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी 2024 का लोकसभा चुनाव ‘‘आम लोगों के समर्थन से’’ अकेले लड़ेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘सागरदिघी सीट पर हार के लिए मैं किसी को दोष नहीं देती। कभी-कभी, लोकतंत्र में, घटनाक्रम आमतौर पर सकारात्मक या नकारात्मक हो सकते हैं। लेकिन यह एक अनैतिक गठबंधन था, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने वोट कांग्रेस को स्थानांतरित किए।’’
पिछले साल दिसंबर में राज्य के मंत्री सुब्रत साहा के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराया गया।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के गृह क्षेत्र मुर्शिदाबाद के तहत आने के कारण इस सीट पर उपचुनाव को उनके लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा था।

भाजपा महाराष्ट्र के पुणे में चिंचवाड़ विधानसभा सीट पर कब्जा करने में कामयाब रही, लेकिन जिले में अपने गढ़ कस्बा पेठ विधानसभा सीट पर उसे हार का सामना करना पड़ा।

कांग्रेस उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर ने कस्बा पेठ उपचुनाव में जीत दर्ज की। भाजपा अपने गढ़ पुणे की इस सीट को बरकरार रखने में विफल रही और उसके उम्मीदवार हेमंत रसाने को हार का सामना करना पड़ा।

कस्बा पेठ सीट पर भाजपा 28 साल से जीत दर्ज करती आई थी। पुणे से मौजूदा भाजपा सांसद गिरीश बापट ने 2019 तक पांच बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के समर्थन वाले उम्मीदवार धंगेकर ने भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाबी हासिल की।

मतगणना के अंतिम दौर के बाद निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, धंगेकर को 73,194 वोट मिले जबकि रसाने को 62,244 वोट मिले।

त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन हालांकि निराशाजनक रहा।
इस बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि उपचुनाव के नतीजे ‘‘बहुत उत्साहजनक’’ हैं।
पिछले साल जून में महाराष्ट्र में सरकार बदलने के बाद उपचुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा-एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और विरोधी एमवीए के बीच पहला सीधा मुकाबला देखा गया।

चिंचवाड़ सीट पर भाजपा के अश्विनी जगताप राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नाना काटे से 1.12 लाख वोटों से आगे हैं। काटे को लगभग 84,000 वोट मिले है। निर्वाचन आयोग को अभी इस सीट पर औपचारिक रूप से परिणाम की घोषणा करनी है।

भाजपा के मौजूदा विधायकों मुक्ता तिलक (कस्बा) और लक्ष्मण जगताप (चिंचवाड़) के निधन के कारण उपचुनाव कराए गए।

कांग्रेस ने विधानसभा उपचुनाव में अन्नाद्रमुक को हराकर तमिलनाडु की इरोड पूर्व सीट अपने पास बरकरार रखी।

इरोड पूर्व उपचुनाव में सत्तारूढ़ द्रमुक समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार ई वी के एस एलनगोवन ने जीत हासिल की।

एलनगोवन ने 27 फरवरी को हुए चुनाव में 1.7 लाख वोटों में से एक लाख से अधिक वोट प्राप्त किये।

आजसू पार्टी की उम्मीदवार सुनीता चौधरी ने 21,970 मतों के अंतर से संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) समर्थित कांग्रेस के प्रत्याशी बजरंग महतो को हराकर बृहस्पतिवार को झारखंड की रामगढ़ सीट का उपचुनाव जीत लिया।
मतगणना पूरी होने के बाद निर्वाचन आयोग ने कहा कि भाजपा के साथ मिलकर उपचुनाव में उतरी आजसू पार्टी को 1,15,669 वोट मिले जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस को 93,699 मत मिले।

कांग्रेस विधायक ममता देवी को आपराधिक मामले में दोषसिद्ध होने पर विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराये जाने के बाद यह उपचुनाव कराया गया था।

निर्वाचन आयोग ने जनवरी में घोषणा की थी कि लक्षद्वीप लोकसभा सीट के साथ-साथ पांच राज्यों - महाराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 27 फरवरी को होंगे।

लक्षद्वीप की सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सदस्य मोहम्मद फैजल को एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अयोग्य ठहराए जाने के कारण खाली हुई थी।

हालांकि, 30 जनवरी को, केरल उच्च न्यायालय द्वारा फैजल की दोषसिद्धि और सजा को निलंबित करने के बाद निर्वाचन आयोग ने लक्षद्वीप लोकसभा उपचुनाव पर रोक लगा दी थी।

अरुणाचल प्रदेश की लुमला सीट से भाजपा उम्मीदवार त्सेरिंग ल्हामू के 10 फरवरी को निर्विरोध विधायक निर्वाचित होने की घोषणा की गई थी।

पूर्व विधायक जंबे ताशी की पत्नी ल्हामू एकमात्र उम्मीदवार थीं जिन्होंने उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। जंबे ताशी का पिछले साल नवंबर में निधन होने के कारण यह सीट रिक्त हो गई थी।



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PTI News Agency

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