लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित
Tuesday, Feb 07, 2023 - 11:21 AM (IST)
नयी दिल्ली, सात फरवरी (भाषा) अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर संसद में चर्चा कराने और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के करीब पांच मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गयी।
अडाणी समूह पर ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट और शेयर बाजार में उससे जुड़े घटनाक्रम के मुद्दे पर जांच के लिए जेपीसी गठित करने तथा इस मुद्दे पर संसद में चर्चा कराए जाने की विपक्ष की मांग को लेकर पिछले सप्ताह से सदन की कार्यवाही बाधित चल रही है।
आज सदन की बैठक शुरू हुई तो अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया और वाईएसआर कांग्रेस के मरगनी भरत ने जैविक खाद से संबंधित पूरक प्रश्न पूछा।
इस दौरान कांग्रेस समेत विपक्ष के कुछ सदस्य अपनी बात रखने की मांग करने लगे।
उनके शोर-शराबे के बीच अध्यक्ष बिरला ने कहा, ‘‘क्या प्रश्नकाल नहीं चलाना अच्छी परंपरा है? मैं खुली चर्चा कराना चाहता हूं। चर्चा पर सरकार जवाब देती है।’’
उन्होंने शून्यकाल में सदस्यों को अपनी बात रखने का अवसर देने का आश्वासन देते हुए कहा, ‘‘अच्छी परंपराएं स्थापित करें। सभी का मानना है कि प्रश्नकाल कभी स्थगित नहीं होना चाहिए। कभी भी कोई भी विषय प्रश्नकाल के बाद उठाया जा सकता है।’’
बिरला ने कहा, ‘‘हम सब पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में चर्चा हुई थी और सभी ने एकमत से संकल्प लिया कि प्रश्नकाल स्थगित नहीं होने देना चाहिए।’’
हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘आप सदन नहीं चलाना चाहते।’’
इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अडाणी समूह पर ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट और शेयर बाजार में उससे जुड़े घटनाक्रम के मुद्दे पर जांच के लिए जेपीसी गठित करने तथा इस मुद्दे पर संसद में चर्चा कराए जाने की विपक्ष की मांग को लेकर पिछले सप्ताह से सदन की कार्यवाही बाधित चल रही है।
आज सदन की बैठक शुरू हुई तो अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया और वाईएसआर कांग्रेस के मरगनी भरत ने जैविक खाद से संबंधित पूरक प्रश्न पूछा।
इस दौरान कांग्रेस समेत विपक्ष के कुछ सदस्य अपनी बात रखने की मांग करने लगे।
उनके शोर-शराबे के बीच अध्यक्ष बिरला ने कहा, ‘‘क्या प्रश्नकाल नहीं चलाना अच्छी परंपरा है? मैं खुली चर्चा कराना चाहता हूं। चर्चा पर सरकार जवाब देती है।’’
उन्होंने शून्यकाल में सदस्यों को अपनी बात रखने का अवसर देने का आश्वासन देते हुए कहा, ‘‘अच्छी परंपराएं स्थापित करें। सभी का मानना है कि प्रश्नकाल कभी स्थगित नहीं होना चाहिए। कभी भी कोई भी विषय प्रश्नकाल के बाद उठाया जा सकता है।’’
बिरला ने कहा, ‘‘हम सब पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में चर्चा हुई थी और सभी ने एकमत से संकल्प लिया कि प्रश्नकाल स्थगित नहीं होने देना चाहिए।’’
हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘आप सदन नहीं चलाना चाहते।’’
इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी।
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