देश के तीन हवाई अड्डों पर चेहरे की पहचान करने की तकनीक आधारित चेक-इन सुविधा शुरू की गई : सरकार
punjabkesari.in Thursday, Feb 02, 2023 - 07:19 PM (IST)

नयी दिल्ली, दो फरवरी (भाषा) सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि चेहरे की पहचान करने की तकनीक के आधार पर यात्रियों को सम्पर्क रहित, कागज रहित जांच प्रवेश (चेक इन) तथा बोर्डिंग सुविधा प्रदान करने के लिये दिल्ली, बेंगलूरु और वाराणसी हवाई अड्डों पर ‘डिजी यात्रा’ सेवा शुरू की गई है।
लोकसभा में फिरोज वरूण गांधी के प्रश्न के लिखित उत्तर में नागर विमानन राज्य मंत्री वी के सिंह ने यह जानकारी दी।
मंत्री ने बताया कि ‘डिजी यात्रा’ के पहले चरण में मार्च 2023 तक कोलकाता, पुणे, विजयवाड़ा और हैदराबाद हवाई अड्डों पर और उसके बाद चरणबद्ध रूप से देश में विभिन्न हवाई अड्डों पर डिजी यात्रा के क्रियान्वयन की योजना बनाई गई है।
सिंह ने बताया कि मैसर्स डाटाइवोल्व सॉल्यूशन्स ने चेहरे की पहचान करने की तकनीक (एफआरटी) आधारित ‘डिजी यात्रा’ सेंट्रल प्रणाली तैयार की है। इसका चयन अटल नवाचार अभियान के तहत नीति आयोग द्वारा राष्ट्रीय स्टार्टअप प्रतियोगिता के माध्यम से किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि डिजी यात्रा, हवाई अड्डों पर यात्रियों को निर्बाध तथा परेशानी से मुक्त अनुभव प्रदान करने की स्वैच्छिक सुविधा है। उन्होंने प्रक्रिया में यात्रियों की व्यक्तिगत पहचान की जानकारी का डाटा केंद्रीय स्तर पर संग्रह नहीं किया जाता है। उड़ान के 24 घंटे के भीतर इस डाटा को प्रणाली से हटा दिया जाता है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
लोकसभा में फिरोज वरूण गांधी के प्रश्न के लिखित उत्तर में नागर विमानन राज्य मंत्री वी के सिंह ने यह जानकारी दी।
मंत्री ने बताया कि ‘डिजी यात्रा’ के पहले चरण में मार्च 2023 तक कोलकाता, पुणे, विजयवाड़ा और हैदराबाद हवाई अड्डों पर और उसके बाद चरणबद्ध रूप से देश में विभिन्न हवाई अड्डों पर डिजी यात्रा के क्रियान्वयन की योजना बनाई गई है।
सिंह ने बताया कि मैसर्स डाटाइवोल्व सॉल्यूशन्स ने चेहरे की पहचान करने की तकनीक (एफआरटी) आधारित ‘डिजी यात्रा’ सेंट्रल प्रणाली तैयार की है। इसका चयन अटल नवाचार अभियान के तहत नीति आयोग द्वारा राष्ट्रीय स्टार्टअप प्रतियोगिता के माध्यम से किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि डिजी यात्रा, हवाई अड्डों पर यात्रियों को निर्बाध तथा परेशानी से मुक्त अनुभव प्रदान करने की स्वैच्छिक सुविधा है। उन्होंने प्रक्रिया में यात्रियों की व्यक्तिगत पहचान की जानकारी का डाटा केंद्रीय स्तर पर संग्रह नहीं किया जाता है। उड़ान के 24 घंटे के भीतर इस डाटा को प्रणाली से हटा दिया जाता है।
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