विकासशील देशों के मुद्दों को हल करने के लिये जी20 मंच का उपयोग करना चाहता है भारत : बिरला
punjabkesari.in Thursday, Feb 02, 2023 - 05:59 PM (IST)

नयी दिल्ली, दो फरवरी (भाषा) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बृहस्पतिवार को कहा कि जी-20 अंतररष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच है और भारत विकासशील देशों एवं ग्लोबल साउथ के महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने के लिए इस मंच का उपयोग करने की इच्छा रखता है।
बिरला ने संसद भवन परिसर में जाम्बिया गणराज्य के नेशनल असेंबली की स्पीकर नेली बुटेटे काशुम्बा मुट्टी के नेतृत्व में आए एक शिष्टमंडल से मुलाकात के दौरान यह बात कही।
लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, बिरला ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा और जीवंत लोकतंत्र है जहां 90 करोड़ से अधिक मतदाता लोकसभा के 545 सदस्यों का चुनाव करते हैं तथा सदन में जनप्रतिनिधि, नागरिकों की आशाओं, आकांक्षाओं और अभावों को अभिव्यक्ति प्रदान करते हैं।
भारत के जी-20 समूह की अध्यक्षता का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि जी-20 समूह अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच है और भारत विकासशील देशों और ग्लोबल साउथ के अहम मुद्दों को हल करने के लिए इस मंच का उपयोग करने की इच्छा रखता है।
बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारत पी-20 सम्मेलन (जी20 देशों के संसदों के अध्यक्षों) का आयोजन भी करने जा रहा है।
बिरला ने बताया कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की अवधारणा के अनुरूप भारत सम्पूर्ण विश्व को एक परिवार के रूप में देखता है और इसी आधार पर जी-20 का विषय थीम- ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ रखा गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत इस मंच पर वैश्विक मामलों के प्रभावी समाधान का प्रयास करेगा और इस उद्देश्य के लिए ज़ाम्बिया के सक्रिय सहयोग की आशा रखता है।’’
बयान के अनुसार बिरला ने कहा कि देश की प्रगति में लोकतान्त्रिक प्रणाली का बड़ा योगदान रहा है और पिछले सात दशकों में संसद ने समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओं को सुलझाने के लिए कई प्रगतिशील सामाजिक और आर्थिक कानून बनाए हैं।
संसदीय व्यवस्था में व्यापक समिति प्रणाली का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि समितियों के माध्यम से कार्यपालिका की जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है जिससे संसदीय पर्यवेक्षण और सदृढ़ होता है।
बयान के अनुसार रला ने कहा कि मौजूदा बजट सत्र में संसद, लोक वित्त के प्रहरी के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन मजबूती से कर रही है।
दोनों देशों के संबंधों का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से भारत और जाम्बिया के द्विपक्षीय संबंध बहुआयामी और पारस्परिक सहयोग पर आधारित हैं।
इसमें कहा गया कि बिरला ने ध्यान दिलाया कि भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व में सबसे तेज़ गति से बढ़ रही है तथा भारत और जाम्बिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश भी लगातार बढ़ रहा है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
बिरला ने संसद भवन परिसर में जाम्बिया गणराज्य के नेशनल असेंबली की स्पीकर नेली बुटेटे काशुम्बा मुट्टी के नेतृत्व में आए एक शिष्टमंडल से मुलाकात के दौरान यह बात कही।
लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, बिरला ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा और जीवंत लोकतंत्र है जहां 90 करोड़ से अधिक मतदाता लोकसभा के 545 सदस्यों का चुनाव करते हैं तथा सदन में जनप्रतिनिधि, नागरिकों की आशाओं, आकांक्षाओं और अभावों को अभिव्यक्ति प्रदान करते हैं।
भारत के जी-20 समूह की अध्यक्षता का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि जी-20 समूह अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच है और भारत विकासशील देशों और ग्लोबल साउथ के अहम मुद्दों को हल करने के लिए इस मंच का उपयोग करने की इच्छा रखता है।
बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारत पी-20 सम्मेलन (जी20 देशों के संसदों के अध्यक्षों) का आयोजन भी करने जा रहा है।
बिरला ने बताया कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की अवधारणा के अनुरूप भारत सम्पूर्ण विश्व को एक परिवार के रूप में देखता है और इसी आधार पर जी-20 का विषय थीम- ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ रखा गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत इस मंच पर वैश्विक मामलों के प्रभावी समाधान का प्रयास करेगा और इस उद्देश्य के लिए ज़ाम्बिया के सक्रिय सहयोग की आशा रखता है।’’
बयान के अनुसार बिरला ने कहा कि देश की प्रगति में लोकतान्त्रिक प्रणाली का बड़ा योगदान रहा है और पिछले सात दशकों में संसद ने समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओं को सुलझाने के लिए कई प्रगतिशील सामाजिक और आर्थिक कानून बनाए हैं।
संसदीय व्यवस्था में व्यापक समिति प्रणाली का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि समितियों के माध्यम से कार्यपालिका की जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है जिससे संसदीय पर्यवेक्षण और सदृढ़ होता है।
बयान के अनुसार रला ने कहा कि मौजूदा बजट सत्र में संसद, लोक वित्त के प्रहरी के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन मजबूती से कर रही है।
दोनों देशों के संबंधों का उल्लेख करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऐतिहासिक रूप से भारत और जाम्बिया के द्विपक्षीय संबंध बहुआयामी और पारस्परिक सहयोग पर आधारित हैं।
इसमें कहा गया कि बिरला ने ध्यान दिलाया कि भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व में सबसे तेज़ गति से बढ़ रही है तथा भारत और जाम्बिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश भी लगातार बढ़ रहा है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।