मौजूदा स्वास्थ्य इकाइयों का नाम बदलकर आम आदमी क्लीनिक करने पर विपक्ष ने मान सरकार की आलोचना की
punjabkesari.in Friday, Jan 27, 2023 - 10:32 PM (IST)
चंडीगढ़, 27 जनवरी (भाषा) पंजाब में विपक्षी दलों ने शुक्रवार को आम आदमी क्लीनिक खोले जाने को ‘‘प्रचार का माध्यम’’ करार दिया और कहा कि यह नयी बोतल में पुरानी शराब पेश करने का बेहतरीन उदाहरण है क्योंकि सरकार केवल मौजूदा स्वास्थ्य केंद्रों का नाम बदल रही है।
आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को 400 और आम आदमी क्लीनिकों की शुरुआत की जिससे राज्य में ऐसे स्वास्थ्य केंद्रों की कुल संख्या 500 हो गई।
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने एक बयान में कहा कि ये क्लीनिक स्वास्थ्य केंद्रों की तुलना में आप के कार्यालय अधिक दिखते हैं। उन्होंने कहा कि आप नीत राज्य सरकार पहले से मौजूद स्वास्थ्य केंद्रों का नाम आम आदमी क्लीनिक के रूप में रख रही है क्योंकि इसका उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की अपेक्षा "राजनीतिक लाभ" हासिल करना अधिक है।
उन्होंने सवाल किया कि इन क्लीनिक को "सरकारी क्लीनिक" के बजाय मुख्यमंत्री की तस्वीर वाले आम आदमी क्लीनिक का नाम क्यों दिया गया। उन्होंने कहा, “इसके लिए कौन भुगतान कर रहा है, सरकार या आप?”
उन्होंने कहा, "सबसे पहले, ऐसे क्लीनिक खोलने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि पंजाब में पहले से ही एक मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली है...।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यह सर्वविदित तथ्य है कि सरकार द्वारा संचालित औषधालय, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, और राजकीय अस्पताल पूरी तरह से उपेक्षा के शिकार हैं और मरीज तथा उनके तीमारदार लगातार इन चिकित्सा इकाइयों के उन्नयन की मांग कर रहे हैं।
बाजवा ने कहा, "उपरोक्त कमियों में सुधार और निवेश करने के बजाय, आप सरकार प्रदेश के करोड़ों रुपये खर्च कर रही है ताकि इन तथाकथित मोहल्ला क्लीनिक को सजाया जा सके और वे अच्छे दिखें।"
ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने भी केंद्रों का नामकरण ''आम आदमी क्लीनिक'' करने पर आपत्ति की। वहीं शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि केजरीवाल ने 2019 में कहा था कि आप नाम बदलने में नहीं, बल्कि जीवन को बेहतर बनाने में विश्वास करती है।
उन्होंने कहा कि लेकिन पंजाब में, पार्टी इसके विपरीत आचरण कर रही है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को 400 और आम आदमी क्लीनिकों की शुरुआत की जिससे राज्य में ऐसे स्वास्थ्य केंद्रों की कुल संख्या 500 हो गई।
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने एक बयान में कहा कि ये क्लीनिक स्वास्थ्य केंद्रों की तुलना में आप के कार्यालय अधिक दिखते हैं। उन्होंने कहा कि आप नीत राज्य सरकार पहले से मौजूद स्वास्थ्य केंद्रों का नाम आम आदमी क्लीनिक के रूप में रख रही है क्योंकि इसका उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की अपेक्षा "राजनीतिक लाभ" हासिल करना अधिक है।
उन्होंने सवाल किया कि इन क्लीनिक को "सरकारी क्लीनिक" के बजाय मुख्यमंत्री की तस्वीर वाले आम आदमी क्लीनिक का नाम क्यों दिया गया। उन्होंने कहा, “इसके लिए कौन भुगतान कर रहा है, सरकार या आप?”
उन्होंने कहा, "सबसे पहले, ऐसे क्लीनिक खोलने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि पंजाब में पहले से ही एक मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली है...।’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यह सर्वविदित तथ्य है कि सरकार द्वारा संचालित औषधालय, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, और राजकीय अस्पताल पूरी तरह से उपेक्षा के शिकार हैं और मरीज तथा उनके तीमारदार लगातार इन चिकित्सा इकाइयों के उन्नयन की मांग कर रहे हैं।
बाजवा ने कहा, "उपरोक्त कमियों में सुधार और निवेश करने के बजाय, आप सरकार प्रदेश के करोड़ों रुपये खर्च कर रही है ताकि इन तथाकथित मोहल्ला क्लीनिक को सजाया जा सके और वे अच्छे दिखें।"
ऑल इंडिया किसान कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने भी केंद्रों का नामकरण ''आम आदमी क्लीनिक'' करने पर आपत्ति की। वहीं शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि केजरीवाल ने 2019 में कहा था कि आप नाम बदलने में नहीं, बल्कि जीवन को बेहतर बनाने में विश्वास करती है।
उन्होंने कहा कि लेकिन पंजाब में, पार्टी इसके विपरीत आचरण कर रही है।
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