डीसीजीआई ने एसआईआई-निर्मित इबोला टीके को युगांडा निर्यात करने की अनुमति दी

punjabkesari.in Thursday, Dec 08, 2022 - 07:28 PM (IST)

नयी दिल्ली, आठ दिसंबर (भाषा) भारत के पहले इबोला टीके जिसे सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाया गया है, को भारत के औषधि महानियंत्रक ने युगांडा निर्यात करने की अनुमति दे दी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर इस टीके को विकसित किया है। सूत्रों के अनुसार, टीके का उपयोग युगांडा में ‘सॉलिडारिटी क्लीनिकल ट्रायल’ के लिए किया जाएगा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इबोला टीके का निर्माण करने वालों से सहयोग का अनुरोध किया है ताकि बीमारी से बचा जा सके। संगठन ने युगांडा में ‘सॉलिडारिटी क्लीनिकल ट्रायल’ के लिए सीएचएडीओएक्स1 बीआईईबीओवी टीके को चुना है।

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने सीएचएडीओएक्स1 बीआईईबीओवी टीके के निर्माण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ समझौता किया है।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने भारत के औषधि महानियंत्रक को 30 नवंबर को आवेदन दिया था, जिसके आधार पर टीके के निर्यात की अनुमति दी गई है।



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PTI News Agency

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