स्वदेशी प्रक्षेपण रॉकेट की सफल उड़ान निजी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी निवेश को गति प्रदान करेगी : सरकार

punjabkesari.in Wednesday, Dec 07, 2022 - 07:15 PM (IST)

नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) सरकार ने बुधवार को कहा कि स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित प्रक्षेपण रॉकेट की सफल उड़ान निजी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी निवेश को गति प्रदान करेगी।

लोकसभा में विनोद कुमार सोनकर और भोला सिंह के प्रश्न के लिखित उत्तर में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने यह बात कही।
सिंह ने कहा कि मैसर्स स्काईरूट एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद द्वारा विकसित भारत के प्रथम निजी रूप से निर्मित रॉकेट ‘विक्रम-एस’ का 18 नवंबर को प्रक्षेपण किया गया। यह भारत के एक निजी उद्यम द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित प्रक्षेपण रॉकेट के डिजाइन के प्रदर्शन से जुड़ा एक उप कक्षीय मिशन था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गैर सरकारी उद्यमों की अंतरिक्ष संबंधी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने, ठोस सहायता प्रदान करने हेतु अंतरिक्ष विभाग के तहत एकल खिड़की एजेंसी -‘इन स्पेस- भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन एवं प्राधिकरण केंद्र’ से प्राधिकृत मैसर्स स्काईरूट एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ‘‘मिशन प्रारंभ’’ को सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
उन्होंने बताया कि इसरो ने तकनीकी सुविधाओं और आवश्यक तकनीकी समीक्षाओं की साझेदारी के माध्यम से मैसर्स स्काईरूट एयरोस्पेस को सहायता प्रदान की।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में जितेन्द्र सिंह ने कहा कि निष्क्रिय उपग्रह, बेकार रॉकेट के हिस्सों सहित कचरों के अंतरिक्ष की निचली कक्षा में बढ़ती मात्रा के प्रबंधन के लिये भारत ने कई कदम उठाये हैं।
उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष से जुड़ी गतिविधियों को सुरक्षित एवं सतत बनाये रखने के लिये तंत्र बनाया गया है।


यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

PTI News Agency

Recommended News