अंतरराष्ट्रीय व सीमा पार आतंकवाद क्षेत्रीय एवं वैश्विक सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा : राजनाथ

punjabkesari.in Wednesday, Nov 23, 2022 - 09:53 PM (IST)

नयी दिल्ली, 23 नवंबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय एवं सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए तत्काल एवं दृढ़ वैश्विक प्रयासों का आह्वान किया इसके साथ ही उन्होंने इसे क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा बताया।
रक्षा मंत्री ने सिएम रीप, कंबोडिया में आसियान देशों के रक्षा मंत्रियों की 9वीं बैठक (एडीएमएम प्लस) में भाग लिया।

सिंह ने कहा कि आतंकवाद एक बड़ा खतरा अब भी बना हुआ है, वहीं कोविड-19 महामारी के बाद सामने आई अन्य सुरक्षा चिंताओं को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, जिनमें ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा की चुनौतियां भी शामिल हैं।

रक्षा मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा कि एडीएमएम प्लस दस आसियान देशों और इसके आठ संवाद सहयोगी देशों-भारत, अमेरिका, रूस, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड एवं दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रियों की सालाना बैठक है। वर्ष 2022 भारत-आसियान संबंधों की 30वीं वर्षगांठ भी है।

एडीएमएम प्लस फोरम में अपने संबोधन के दौरान सिंह ने अंतरराष्ट्रीय एवं सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए ‘‘तत्काल और दृढ़ वैश्विक प्रयासों का आह्वान किया तथा इसे क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा बताया।’’
उन्होंने कहा, "भारत एक स्वतंत्र, खुले एवं समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र की वकालत करता है, सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हुए विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान करता है।"
बयान में सिंह के हवाले से कहा गया है कि इस संदर्भ में, दक्षिण चीन सागर में आचार संहिता पर चल रही आसियान-चीन वार्ता अंतरराष्ट्रीय कानून, विशेष रूप से समुद्र संबंधी संयुक्त राष्ट्र संधि (यूएनसीएलओएस) के साथ पूरी तरह से संगत होनी चाहिए और उन राष्ट्रों के वैध अधिकारों एवं हितों के प्रति पक्षपातपूर्ण नहीं होनी चाहिए जो इन चर्चाओं में शामिल नहीं हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में वैश्विक सुरक्षा वातावरण मौलिक रूप से बदल गया है, जिसमें आतंकवादी समूह नये दौर की तकनीकों की मदद से विचारधाराओं का प्रचार करने, धन हस्तांतरण और समर्थकों की भर्ती के लिए महाद्वीपों में अंतर्संबंध बना रहे हैं।

सिंह ने सभी सदस्य देशों से भावी पीढ़ियों के लिए एक स्थिर, संरक्षित एवं अधिक सुरक्षित दुनिया की दिशा में सकारात्मक इरादे के साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में भारत ने बड़े पैमाने पर मानवीय सहायता, दवाओं, टीकों और खाद्यान्न का वितरण करने में अपने सहयोगियों के साथ काम किया है।

रक्षा मंत्री कार्यालय ने एडीएमएम प्लस मंच से कई ट्वीट और तस्वीरें भी साझा कीं।



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PTI News Agency

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