भारत और जापान के बीच अगले महीने तोक्यो में होगा ‘टू प्लस टू’ संवाद
punjabkesari.in Wednesday, Aug 24, 2022 - 11:22 PM (IST)

नयी दिल्ली, 24 अगस्त (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर अगले महीने अपने जापानी समकक्षों के साथ ‘‘टू प्लस टू’’ संवाद के लिए तोक्यो जाएंगे।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि दोनों पक्षों के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति सहित अहम मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि ‘टू प्लस टू’ संवाद आठ सितंबर को आयोजित करने की योजना है।
यह संवाद जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की वार्षिक भारत-जापान शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए नयी दिल्ली की यात्रा पर आने के पांच महीने बाद होने जा रहा है।
नयी दिल्ली में दोनों देशों के बीच हुए शिखर सम्मेलन में किशिदा ने अगले पांच साल के दौरान भारत में पांच हजार अरब येन (3,20,000 करोड़ रुपये) निवेश करने की घोषणा की थी।
अधिकारियों ने बताया कि उम्मीद की जा रही है कि ‘टू प्लस टू’ संवाद में दोनों पक्ष हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रम पर गौर करने और रक्षा व सुरक्षा के मुद्दों पर मंथन करने के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
उन्होंने बताया कि वार्ता के दौरान जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और रक्षा मंत्री यसुकाजू हमादा करेंगे। यह बातचीत जापान के दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार से तीन हफ्ते पहले होगी। आबे का राजकीय अंतिम संस्कार 27 सितंबर को तोक्यो में होगा।
जापानी समाचार एजेंसी क्योदो ने बुधवार को खबर दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं, लेकिन मोदी की जापान यात्रा को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
गौरतलब है कि जापान के साथ भारत की ‘टू प्लस टू’ प्रारूप में संवाद की शुरुआत वर्ष 2019 में दोनों देशों के सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने तथा विशेष रणनीति और वैश्विक साझेदारी को गहरा करने के लिए की गई थी।
भारत का कुछ अन्य देशों के साथ भी ‘टू प्लस टू’ प्रारूप में मंत्री स्तरीय संवाद होता है जिनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और रूस शामिल हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि दोनों पक्षों के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति सहित अहम मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि ‘टू प्लस टू’ संवाद आठ सितंबर को आयोजित करने की योजना है।
यह संवाद जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की वार्षिक भारत-जापान शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए नयी दिल्ली की यात्रा पर आने के पांच महीने बाद होने जा रहा है।
नयी दिल्ली में दोनों देशों के बीच हुए शिखर सम्मेलन में किशिदा ने अगले पांच साल के दौरान भारत में पांच हजार अरब येन (3,20,000 करोड़ रुपये) निवेश करने की घोषणा की थी।
अधिकारियों ने बताया कि उम्मीद की जा रही है कि ‘टू प्लस टू’ संवाद में दोनों पक्ष हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रम पर गौर करने और रक्षा व सुरक्षा के मुद्दों पर मंथन करने के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
उन्होंने बताया कि वार्ता के दौरान जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और रक्षा मंत्री यसुकाजू हमादा करेंगे। यह बातचीत जापान के दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार से तीन हफ्ते पहले होगी। आबे का राजकीय अंतिम संस्कार 27 सितंबर को तोक्यो में होगा।
जापानी समाचार एजेंसी क्योदो ने बुधवार को खबर दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं, लेकिन मोदी की जापान यात्रा को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
गौरतलब है कि जापान के साथ भारत की ‘टू प्लस टू’ प्रारूप में संवाद की शुरुआत वर्ष 2019 में दोनों देशों के सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने तथा विशेष रणनीति और वैश्विक साझेदारी को गहरा करने के लिए की गई थी।
भारत का कुछ अन्य देशों के साथ भी ‘टू प्लस टू’ प्रारूप में मंत्री स्तरीय संवाद होता है जिनमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और रूस शामिल हैं।
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