पंजाब में ग्रंथी पर हमला, उनके चेहरे पर काली स्याही पोती गई
punjabkesari.in Friday, Aug 19, 2022 - 09:59 AM (IST)
चंडीगढ़, 18 अगस्त (भाषा) पंजाब के मलेरकोटला जिले में एक गुरुद्वारा के ग्रंथी ने आरोप लगाया है कि उन पर हमला किया गया, उनके चेहरे पर काली स्याही पोती गई और उन पर मूत्र फेंका गया।
पुलिस ने कहा कि उसने पांच लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘भारतीय दंड संहिता की धाराएं 365 (अपहरण), 355 (अपमानित करने के इरादे से हमला या आपराधिक बलप्रयोग करना),323 (स्वेच्छा से नुकसान पहुंचाने के लिए सजा) और 506 (आपराधिक भयादोहन के लिए सजा) तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया गया है।’’
अब्दुल्लापुर चुहाने गांव में स्थित गुरुद्वारा के ग्रंथी हरदेव सिंह ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 14 अगस्त को कुछ स्थानीय लोगों ने उनकी पिटाई की।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके चेहरे पर काली स्याही पोती गई और मूत्र पीने के लिए मजबूर किया गया। जब उन्होंने प्रतिरोध किया तो एक मग में रखे गये मूत्र को उनके चेहरे पर फेंक दिया गया।
सिंह ने कहा कि घटना का एक वीडियो भी बनाया गया।
इस बीच, आरोपियों ने दावा किया कि गांव में एक महिला से नियमित रूप से बातचीत करने के चलते दलित ग्रंथी की पिटाई की गई।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पुलिस ने कहा कि उसने पांच लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है जिनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘भारतीय दंड संहिता की धाराएं 365 (अपहरण), 355 (अपमानित करने के इरादे से हमला या आपराधिक बलप्रयोग करना),323 (स्वेच्छा से नुकसान पहुंचाने के लिए सजा) और 506 (आपराधिक भयादोहन के लिए सजा) तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया गया है।’’
अब्दुल्लापुर चुहाने गांव में स्थित गुरुद्वारा के ग्रंथी हरदेव सिंह ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 14 अगस्त को कुछ स्थानीय लोगों ने उनकी पिटाई की।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके चेहरे पर काली स्याही पोती गई और मूत्र पीने के लिए मजबूर किया गया। जब उन्होंने प्रतिरोध किया तो एक मग में रखे गये मूत्र को उनके चेहरे पर फेंक दिया गया।
सिंह ने कहा कि घटना का एक वीडियो भी बनाया गया।
इस बीच, आरोपियों ने दावा किया कि गांव में एक महिला से नियमित रूप से बातचीत करने के चलते दलित ग्रंथी की पिटाई की गई।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।