लोगों को अपने संवैधानिक अधिकारों, कर्तव्यों का पता होना चाहिए, दुर्भाग्य से केवल कुछ को जानकारी है: सीजेआई

punjabkesari.in Wednesday, Aug 10, 2022 - 11:47 PM (IST)

नयी दिल्ली, 10 अगस्त (भाषा) प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एन वी रमण ने बुधवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 75 साल बाद भी कुछ ही लोग संवैधानिक प्रावधानों के बारे में जानते हैं।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जनता को अपने संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में पता होना चाहिए।

न्यायमूर्ति रमण ‘सुप्रीम कोर्ट केसेस (एससीसी) प्री-1969’ के विमोचन का जश्न मनाने के लिए ‘ईस्टर्न बुक कंपनी’ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने कहा कि न्याय अंतत: जनता के लिए है और इसलिए उन्होंने न्यायाधीशों द्वारा निर्णय को ‘‘सरल’’ भाषा में लिखे जाने तथा उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के अहम आदेशों को विधि पत्रिकाओं में क्षेत्रीय भाषाओं में प्रकाशित किए जाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों में एक ‘‘छोटा स्कूली बच्चा’’ भी अपने संविधान एवं कानूनों से अवगत है और ‘‘हमें भी उस तरह की संस्कृति की आवश्यकता है।’’
सीजेआई रमण ने कहा, ‘‘वकीलों और जनता को संवैधानिक प्रावधानों और संविधान को जानना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अब स्वतंत्रता के 75 वर्ष मना रहे हैं, लेकिन अभी भी शहरी क्षेत्रों में कुछ चुनिंदा लोग या कानूनी पेशेवर ही संवैधानिक अधिकारों एवं कर्तव्यों और संवैधानिक सिद्धांतों से अवगत हैं।’’


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PTI News Agency

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