रक्षा सचिव, सऊदी अरब के उप मंत्री ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पर चर्चा की
punjabkesari.in Thursday, Jun 30, 2022 - 07:47 PM (IST)
नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) रक्षा सचिव अजय कुमार और सऊदी अरब के उप रक्षा मंत्री अहमद ए असीरी ने बृहस्पतिवार को दोनों देशों के बीच समग्र रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने पर व्यापक बातचीत की।
दोनों पक्षों द्वारा रक्षा सहयोग पर भारत-सऊदी अरब संयुक्त समिति की पांचवीं बैठक आयोजित करने के एक दिन बाद असीरी ने कुमार से मुलाकात की।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सऊदी उप मंत्री और रक्षा सचिव ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
संयुक्त समिति की बैठक में, दोनों पक्षों ने सैन्य जुड़ाव, रक्षा उद्योग सहयोग के क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की।
मंत्रालय ने कहा कि रक्षा उद्योग में सहयोग बढ़ाने के लिए नए जरियों की पहचान करने और संयुक्त उद्यमों के लिए आपसी हित के क्षेत्रों की जांच करने का निर्णय लिया गया।
मंत्रालय के मुताबिक मौजूदा संयुक्त नौसैनिक अभ्यासों का दायरा और जटिलताओं को बढ़ाने तथा अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय अभ्यासों के विस्तार के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया।
सऊदी अरब की थल सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल फहद बिन अब्दुल्ला मोहम्मद अल-मुतायर के भारत दौरे के चार महीने बाद यह बैठक हुई।
यह एक सेवारत रॉयल सऊदी थल सेना कमांडर की भारत की पहली यात्रा थी जिसने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ाया।
तत्कालीन थल सेनाध्यक्ष, जनरल एमएम नरवणे ने दिसंबर 2020 में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण खाड़ी देश का दौरा किया था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
दोनों पक्षों द्वारा रक्षा सहयोग पर भारत-सऊदी अरब संयुक्त समिति की पांचवीं बैठक आयोजित करने के एक दिन बाद असीरी ने कुमार से मुलाकात की।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सऊदी उप मंत्री और रक्षा सचिव ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
संयुक्त समिति की बैठक में, दोनों पक्षों ने सैन्य जुड़ाव, रक्षा उद्योग सहयोग के क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की।
मंत्रालय ने कहा कि रक्षा उद्योग में सहयोग बढ़ाने के लिए नए जरियों की पहचान करने और संयुक्त उद्यमों के लिए आपसी हित के क्षेत्रों की जांच करने का निर्णय लिया गया।
मंत्रालय के मुताबिक मौजूदा संयुक्त नौसैनिक अभ्यासों का दायरा और जटिलताओं को बढ़ाने तथा अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय अभ्यासों के विस्तार के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया।
सऊदी अरब की थल सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल फहद बिन अब्दुल्ला मोहम्मद अल-मुतायर के भारत दौरे के चार महीने बाद यह बैठक हुई।
यह एक सेवारत रॉयल सऊदी थल सेना कमांडर की भारत की पहली यात्रा थी जिसने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ाया।
तत्कालीन थल सेनाध्यक्ष, जनरल एमएम नरवणे ने दिसंबर 2020 में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण खाड़ी देश का दौरा किया था।
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