द्रौपदी मुर्मू के एक जुलाई से अभियान शुरू करने की संभावना: सूत्र
punjabkesari.in Sunday, Jun 26, 2022 - 09:13 PM (IST)

नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू एक जुलाई से जनजातीय आबादी वाले राज्य से चुनाव प्रचार शुरू कर सकती हैं। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस बात के अंतिम निर्णय के लिए चर्चा जारी है कि मुर्मू 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना अभियान किस राज्य से शुरू करेंगी।
इस बीच मुर्मू विभिन्न पार्टियों के नेताओं से फोन पर संपर्क कर उनका समर्थन मांग रही हैं।
सूत्रों ने कहा कि वह आने वाले दिनों में तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और तेलंगाना की सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) जैसे विपक्षी दलों के नेताओं से बात कर सकती हैं।
मुर्मू ने शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रमुख और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फोन कर अपनी उम्मीदवारी के लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगा था।
मुर्मू ने 24 जून को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन किया था और उनका समर्थन मांगा था।
ओडिशा की आदिवासी नेता और झारखंड की पूर्व राज्यपाल मुर्मू ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी पी सी मोदी को सौंपा था।
मुर्मू के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे।
इस अवसर पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री - योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, जयराम ठाकुर, पुष्कर सिंह धामी- और राजग समर्थक दलों- वाईएसआरसीपी, बीजद और अन्नाद्रमुक- के कुछ नेता भी उपस्थित थे।
मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी, ओडिशा की सत्तारूढ़ पार्टी बीजू जनता दल और आंध्र प्रदेश में सत्ता में आई वाईएसआर कांग्रेस ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया। मुर्मू को लगभग 55 प्रतिशत निर्वाचक मंडल का समर्थन प्राप्त है।
मुर्मू द्वारा अपना नामांकन दाखिल करने के बाद, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और जनता दल (एस) नेता एचडी देवेगौड़ा से मुर्मू की उम्मीदवारी के लिए समर्थन मांगा था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस बात के अंतिम निर्णय के लिए चर्चा जारी है कि मुर्मू 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना अभियान किस राज्य से शुरू करेंगी।
इस बीच मुर्मू विभिन्न पार्टियों के नेताओं से फोन पर संपर्क कर उनका समर्थन मांग रही हैं।
सूत्रों ने कहा कि वह आने वाले दिनों में तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और तेलंगाना की सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) जैसे विपक्षी दलों के नेताओं से बात कर सकती हैं।
मुर्मू ने शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रमुख और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फोन कर अपनी उम्मीदवारी के लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगा था।
मुर्मू ने 24 जून को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) सुप्रीमो शरद पवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन किया था और उनका समर्थन मांगा था।
ओडिशा की आदिवासी नेता और झारखंड की पूर्व राज्यपाल मुर्मू ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी पी सी मोदी को सौंपा था।
मुर्मू के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे।
इस अवसर पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री - योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, जयराम ठाकुर, पुष्कर सिंह धामी- और राजग समर्थक दलों- वाईएसआरसीपी, बीजद और अन्नाद्रमुक- के कुछ नेता भी उपस्थित थे।
मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी, ओडिशा की सत्तारूढ़ पार्टी बीजू जनता दल और आंध्र प्रदेश में सत्ता में आई वाईएसआर कांग्रेस ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया। मुर्मू को लगभग 55 प्रतिशत निर्वाचक मंडल का समर्थन प्राप्त है।
मुर्मू द्वारा अपना नामांकन दाखिल करने के बाद, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और जनता दल (एस) नेता एचडी देवेगौड़ा से मुर्मू की उम्मीदवारी के लिए समर्थन मांगा था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Related News
Recommended News
Recommended News

उप राष्ट्रपति के रूप में राज्यसभा के संचालन में अहम भूमिका रहेगी धनखड़ की

सीरिया का गंभीर आरोप- देश से रोजाना उत्पादन का 83% तेल चुरा तस्करी कर रहा अमेरिका

11 अगस्त : जब एक किशोर क्रांतिकारी हाथ में गीता लिए फांसी के फंदे पर झूल गया

Raksha Bandhan: भाई को राखी बांधने से पहले जानें, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि