तिहाड़ जेल में बंद दो अपराधी वसूली के लिए फोन करने के आरोप में गिरफ्तार

Saturday, Jun 25, 2022 - 10:02 PM (IST)

नयी दिल्ली, 25 जून (भाषा) तिहाड़ जेल में बंद दो लोगों को पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके में एक कारोबारी को कथित तौर पर वसूली के लिए फोन करने और उससे 50 लाख रुपये मांगने के लिए गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने शनिवार को बताया कि आरोपियों की पहचान आस मोहम्मद उर्फ आशु खान तथा दानिश उर्फ टिग्गी के रूप में की गयी है।

पुलिस ने बताया कि गाजीपुर डेयरी फार्म में रहने वाले कारोबारी ने बताया कि 10 जून को उसे किसी अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप ऑडियो कॉल आयी। जेल में बंद गैंगस्टर ‘हाशिम बाबा’ के नाम का इस्तेमाल करते हुए फोन करने वाले शख्स ने उसे धमकी दी कि अगर 50 लाख रुपये नहीं दिए तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

उन्होंने बताया कि एक डेयरी फार्म चलाने वाले शिकायकर्ता ने शुरुआत में यह सोचकर मामला दर्ज नहीं कराया कि कोई शरारत कर रहा होगा। लेकिन 13 जून को फिर से फोन आने के बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने कहा कि चूंकि शिकायकर्ता को व्हाट्सएप कॉल आयी थी जो अंतरराष्ट्रीय नंबर की लगती थी तो लोकेशन की जानकारियां या सबस्क्राइबर के बारे में कुछ नहीं पता चल सका।

उन्होंने बताया कि तकनीकी जांच की मदद से यह पाया गया कि कॉल तिहाड़ जेल खासतौर से जेल संख्या आठ से की गयी।

अधिकारी ने कहा, ‘‘कॉल की जानकारियों का विश्लेषण करने और आईपी जानकारियों की छंटनी करने के बाद यह पता चला कि फोन जेल में बंद एक अपराधी आस मोहम्मद द्वारा किया गया। जब दोषी से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि उसने अपनी बैरक में रहने वाले दानिश के साथ मिलकर शिकायतकर्ता से वसूली करने की साजिश रची।’’
कश्यप ने कहा, ‘‘दानिश के पास शिकायकर्ता की सारी जानकारियां थी क्योंकि उसने उसके एक रिश्तेदार के साथ काम किया था। दानिश हाशिम बाबा का साथी है और उन्होंने उगाही के लिए फोन करने के वास्ते उसके नाम का इस्तेमाल किया। इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।’’

आस मोहम्मद ने पुलिस को बताया कि वह लूट के दो मामलों में दोषी है और 2017 से जेल में बंद है। वह किसी दूसरी जेल में हाशिम बाबा के साथ रहा था। वह हाशिम बाबा के गिरोह के सदस्यों से भलीभांति परिचित था।

पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘दानिश शिकायकर्ता की वित्तीय स्थिति को अच्छी तरह जानता था इसलिए उन दोनों ने कारोबारी से वसूली करने की साजिश रची। उन्होंने एक छोटे से स्मार्ट फोन और सिम की व्यवस्था की। उन्हें अपने स्रोत से वर्चुअल नंबर मिला, जिससे उन्होंने शिकायतकर्ता को व्हाट्सएप पर फोन किया और हाशिम बाबा के नाम पर पैसे मांगे।’’


यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

PTI News Agency

Advertising