पंजाब के बर्खास्त मंत्री सिंगला को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

punjabkesari.in Friday, May 27, 2022 - 08:47 PM (IST)

चंडीगढ़, 27 मई (भाषा) मोहाली की एक अदालत ने पंजाब के बर्खास्त मंत्री विजय सिंगला को शुक्रवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं, सिंगला ने कहा कि उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया और अपनी पार्टी में उनकी पूरी आस्था है तथा वह भ्रष्टाचार के आरोपों से पाक-साफ होकर निकलेंगे।
अदालत ले जाये जाने से पहले सिंगला ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी बर्खास्तगी और गिरफ्तारी कराने वाले प्रकरण के पीछे कुछ ‘‘बाहरी ताकतों’’ का हाथ हो सकता है।
सिंगला (52) को रिश्वत के आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था।
सिंगला स्वास्थ्य मंत्री थे और उन पर अपने विभाग की निविदाओं तथा खरीद में ‘एक प्रतिशत कमीशन’ की मांग करने के आरोप हैं। सिंगला और उनके विशेष कार्य अधिकारी(ओएसडी) प्रदीप कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
दोनों को, उनकी तीन दिनों की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद शुक्रवार को मोहाली में रवतेश इंद्रजीत सिंह की अदालत में पेश किया गया।
सिंगला के वकील एच एस धनोआ ने कहा कि पुलिस ने पूर्व मंत्री और प्रदीप की न्यायिक हिरासत की मांग की। उन्होंने बताया कि अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 10 जून निर्धारित की है और उन्हें रूपनगर जेल भेजा जाएगा।
वकील ने कहा कि सिंगला और प्रदीप अपनी आवाज के नमूने देने के लिए सहमत हुए हैं।
अदालत ले जाये जाने से पहले, सिंगला से जब उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने अपने विभाग में पूरी ईमानदारी के साथ काम किया। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अपनी सरकार, अपनी पार्टी, पुलिस और न्यायपालिका में मेरी पूरी आस्था है। हम पाक-साफ साबित होंगे।’’
सिंगला ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पार्टी में कोई साजिश नहीं रची गई। हालांकि, उन्होंने कहा कि कुछ ‘‘बाहरी ताकतों’’ की साजिश हो सकती है।
सिंगला और उनके ओएसडी प्रदीप कुमार पर पंजाब स्वास्थ्य प्रणाली निगम में पदस्थ अधीक्षण अभियंता राजिंदर सिंह की शिकायत पर एक मामला दर्ज किया गया था।
प्रदीप, पूर्व मंत्री के रिश्तेदार बताये जाते हैं।
सिंह ने आरोप लगाया था कि उन्होंने निर्माण कार्य और ठेकेदारों के भुगतान की रकम (58 करोड़ रुपये) में से 1.16 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसके अलावा, सरकारी ठेकों में एक प्रतिशत कमीशन भी मांगा था।
शिकायतकर्ता ने सिंगला और प्रदीप से 23 मई की मुलाकात के दौरान हुई बातचीत की एक ऑडियो रिकार्डिंग भी की थी।

मुख्यमंत्री ने खुद मंत्रिमंडल से सिंगला को हटाने की घोषणा की थी। उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने के वादे के साथ दो महीने पहले ही सत्ता में आई है।


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