ईपीएफओ ने मार्च में 15.32 लाख सदस्य जोड़े
punjabkesari.in Friday, May 20, 2022 - 07:32 PM (IST)

नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले निकाय ईपीएफओ ने मार्च 2022 में शुद्ध रूप से 15.32 लाख सदस्य जोड़े हैं जो इस साल फरवरी के 12.85 लाख सदस्यों की तुलना में 19 प्रतिशत अधिक है।
श्रम मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि अनंतिम ईपीएफओ पेरोल डेटा के मुताबिक मार्च 2022 में शुद्ध रूप से 15.32 लाख सदस्य बढ़े। बयान के अनुसार मासिक आधार पर फरवरी 2022 के मुकाबले मार्च 2022 में सदस्यों की संख्या 2.47 लाख अधिक बढ़ी।
मार्च के दौरान जोड़े गए कुल 15.32 लाख शुद्ध सदस्यों में से लगभग 9.68 लाख नये सदस्यों को पहली बार ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के प्रावधानों के तहत शामिल किया गया है।
फरवरी की तुलना में मार्च 2022 में नए सदस्यों की संख्या में 81,327 की वृद्धि हुई। दूसरी ओर लगभग 5.64 लाख सदस्य योजना से बाहर निकले, लेकिन ईपीएफओ के तहत आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए। इन लोगों ने अपने खातों से अंतिम निकासी का विकल्प चुनने की जगह अपने फंड को पिछले पीएफ खाते में स्थानांतरित कर दिया।
पेरोल डेटा की उम्र-आधारित तुलना से पता चला कि मार्च 2022 के दौरान सबसे अधिक शुद्ध नामांकन 22-25 वर्ष के आयु वर्ग में हुआ। इसके बाद 29-35 आयु वर्ग का स्थान रहा।
पेरोल डेटा की राज्यों के अनुसार तुलना करें तो महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली अग्रणी बने हुए हैं। मार्च 2022 के दौरान कुल शुद्ध सदस्यों की संख्या में महिला नामांकन का हिस्सा 22.70 प्रतिशत है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
श्रम मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि अनंतिम ईपीएफओ पेरोल डेटा के मुताबिक मार्च 2022 में शुद्ध रूप से 15.32 लाख सदस्य बढ़े। बयान के अनुसार मासिक आधार पर फरवरी 2022 के मुकाबले मार्च 2022 में सदस्यों की संख्या 2.47 लाख अधिक बढ़ी।
मार्च के दौरान जोड़े गए कुल 15.32 लाख शुद्ध सदस्यों में से लगभग 9.68 लाख नये सदस्यों को पहली बार ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के प्रावधानों के तहत शामिल किया गया है।
फरवरी की तुलना में मार्च 2022 में नए सदस्यों की संख्या में 81,327 की वृद्धि हुई। दूसरी ओर लगभग 5.64 लाख सदस्य योजना से बाहर निकले, लेकिन ईपीएफओ के तहत आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए। इन लोगों ने अपने खातों से अंतिम निकासी का विकल्प चुनने की जगह अपने फंड को पिछले पीएफ खाते में स्थानांतरित कर दिया।
पेरोल डेटा की उम्र-आधारित तुलना से पता चला कि मार्च 2022 के दौरान सबसे अधिक शुद्ध नामांकन 22-25 वर्ष के आयु वर्ग में हुआ। इसके बाद 29-35 आयु वर्ग का स्थान रहा।
पेरोल डेटा की राज्यों के अनुसार तुलना करें तो महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, हरियाणा और दिल्ली अग्रणी बने हुए हैं। मार्च 2022 के दौरान कुल शुद्ध सदस्यों की संख्या में महिला नामांकन का हिस्सा 22.70 प्रतिशत है।
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