जावेद अख्तर समेत कई बुद्धिजीवियों ने ईशनिंदा विरोधी कानून की मांग को असंवैधानिक बताया
punjabkesari.in Saturday, Nov 27, 2021 - 08:55 PM (IST)
नयी दिल्ली, 27 नवंबर (भाषा) ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से ईशनिंदा विरोधी कानून की मांग किए जाने के कुछ दिनों बाद शनिवार को गीतकार जावेत अख्तर और अभिनेता नसीरुद्दीन शाम समेत कई बुद्धिजीवियों ने इस मांग का पुरजोर विरोध किया और कहा कि एक धर्मनिरपेक्ष देश में ईशनिंदा को अपराध ठहराने से संबंधित कोई कानून नहीं हो सकता।
पिछले दिनों पर्सनल लॉ बोर्ड ने ‘‘कुछ शरारती तत्वों द्वारा पैगम्बर मोहम्मद का अपमान किए जाने’’ की ओर सरकार का ध्यान खींचा था और कहा था कि ईशनिंदा के खिलाफ कानून होना चाहिए।
‘इंडियन मुस्लिम्स फॉर सेक्युलर डेमोक्रेसी’ (आईएमएसडी) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ईशनिंदा विरोधी कानून की मांग करना असंवैधानिक है।
इस बयान पर अख्तर, शाह, अभिनेत्री शबाना आजमी, फिल्मकार आनंद पटवर्धन तथा कुछ अन्य लोगों के हस्ताक्षर हैं।
बयान में कहा गया है कि यह संगठन इस सिद्धांत का पुरजोर समर्थन करता है कि एक धर्मनिरपेक्ष देश में ईशनिंदा को अपराध ठहराने का कोई कानून नहीं होना चाहिए।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पिछले दिनों पर्सनल लॉ बोर्ड ने ‘‘कुछ शरारती तत्वों द्वारा पैगम्बर मोहम्मद का अपमान किए जाने’’ की ओर सरकार का ध्यान खींचा था और कहा था कि ईशनिंदा के खिलाफ कानून होना चाहिए।
‘इंडियन मुस्लिम्स फॉर सेक्युलर डेमोक्रेसी’ (आईएमएसडी) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ईशनिंदा विरोधी कानून की मांग करना असंवैधानिक है।
इस बयान पर अख्तर, शाह, अभिनेत्री शबाना आजमी, फिल्मकार आनंद पटवर्धन तथा कुछ अन्य लोगों के हस्ताक्षर हैं।
बयान में कहा गया है कि यह संगठन इस सिद्धांत का पुरजोर समर्थन करता है कि एक धर्मनिरपेक्ष देश में ईशनिंदा को अपराध ठहराने का कोई कानून नहीं होना चाहिए।
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