नये संकलन में सकारात्मक वृद्धावस्था के लिए मंत्रों को साझा किया गया

punjabkesari.in Saturday, Nov 27, 2021 - 05:25 PM (IST)

नयी दिल्ली, 27 नवंबर (भाषा) एक नयी किताब में जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी मशहूर हस्तियों, चिकित्सकों, कलाकारों, वकीलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के रूप में सक्रिय रहे प्रख्यात लोगों की 50 कहानियां शामिल की गई हैं जो 75 साल से अधिक उम्र हो जाने के बाद भी समाज में किसी न किसी तरह से योगदान देते रहे हैं।

"मंत्राज फॉर पॉजिटिव एजिंग" पुस्तक में इस मान्यता पर विचार किया गया है कि महामारी के बाद की दुनिया में इन लोगों के अनुभव की आवश्यकता है और संकलन अपने पाठकों से पूछता है कि "जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाएगी, क्या आप आशावादी, युवा और ऊर्जावान बने रहने में रुचि रखेंगे?"
इनमें नेता कर्ण सिंह, मार्गरेट अल्वा और मणिशंकर अय्यर, लैंगिक अर्थशास्त्री देवकी जैन, वकील फली एस नरीमन, अभिनेत्री सुषमा सेठ और कार्यकर्ता सैयदा हमीद, सुभाषिनी अली, सुंदरलाल बहुगुणा, कमला भसीन और महात्मा गांधी की पोती तारा गांधी भट्टाचार्जी शामिल हैं।

पिप्पा रन बुक्स एंड मीडिया द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक, गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) गिल्ड ऑफ सर्विस की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में लाई गई है और इसे संगठन की संस्थापक अध्यक्ष वी मोहिनी गिरि और कार्यकारी उपाध्यक्ष मीरा खन्ना ने सह-संपादित किया है।

बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने इसकी प्रस्तावना लिखी है। उन्होंने इसमें कहा है कि पुस्तक में शामिल कई लेखक " ऐसे दोस्त हैं जिन्हें मैं वर्षों से जानता हूं" और "हम एक साथ बड़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि सभी के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम अपना जीवन सार्थक रूप से जिएं और दूसरों को नुकसान पहुंचाने से बचें।

गिरि ने कहा, “सभी लेखक परिवर्तन की तलाश में रहे हैं और आज हम उनकी ताकतों का जश्न मनाते हैं। समाज के लिए खासा योगदान देने में उनकी ताकत और... उन्हें यह साबित करने में मदद की है कि उम्र केवल एक संख्या है। यह संकलन इस संदेश के साथ है कि आसमान उनकी हद है और पृथ्वी का विशाल क्षेत्र उनके लिए खेल का मैदान रहा।”


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PTI News Agency

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