''''चिकित्सीय लापरवाही'''' से मरीज की मौत को लेकर श्रम मंत्रालय को एनएचआरसी का नोटिस
punjabkesari.in Wednesday, Oct 27, 2021 - 09:30 AM (IST)
नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने एक स्थानीय ईएसआई अस्पताल में कोरोना के एक संदिग्ध मरीज के इलाज में कथित चिकित्सकीय लापरवाही को लेकर केंद्रीय श्रम मंत्रालय को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। लापरवाही के कारण मरीज की जान चली गयी थी। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एनएचआरसी ने कहा कि नोटिस मंत्रालय के सचिव को भेजा गया है और उन्हें मामले की जांच करने तथा पूर्ण ब्योरे के साथ एक रिपोर्ट दाखिल करने का भी निर्देश दिया गया है।
आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय के सचिव को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया है कि वह ईएसआई सुविधा के तहत चिकित्सकीय लापरवाही के कारण मारे गये व्यक्ति के परिजनों के लिए दो लाख रुपये की मौद्रिक राहत की सिफारिश क्यों न करे?
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उनके पिता गंभीर रूप से बीमार थे और उन्हें कोविड-19 संक्रमण का संदेह था। दिल्ली के झिलमिल इलाके में स्थित ईएसआई अस्पताल उन्हें आपातकालीन वार्ड में भर्ती किए बिना, या उपचार प्रदान किए बिना एक सरकारी अस्पताल से दूसरे अस्पताल में रेफर करता रहा।’’
शिकायत में कहा गया है कि अस्पताल ने मरीज को समय पर ईएसआई से जुड़े निजी अस्पताल में भेजने की जहमत भी नहीं उठाई, जहां उन्हें बिस्तर और समय पर इलाज मिल पाता।
एनएचआरसी की वेबसाइट पर उपलब्ध मामले की कार्यवाही के अनुसार, मौत पिछले साल मई में प्रकाश अस्पताल में हुई थी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
एनएचआरसी ने कहा कि नोटिस मंत्रालय के सचिव को भेजा गया है और उन्हें मामले की जांच करने तथा पूर्ण ब्योरे के साथ एक रिपोर्ट दाखिल करने का भी निर्देश दिया गया है।
आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय के सचिव को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया है कि वह ईएसआई सुविधा के तहत चिकित्सकीय लापरवाही के कारण मारे गये व्यक्ति के परिजनों के लिए दो लाख रुपये की मौद्रिक राहत की सिफारिश क्यों न करे?
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उनके पिता गंभीर रूप से बीमार थे और उन्हें कोविड-19 संक्रमण का संदेह था। दिल्ली के झिलमिल इलाके में स्थित ईएसआई अस्पताल उन्हें आपातकालीन वार्ड में भर्ती किए बिना, या उपचार प्रदान किए बिना एक सरकारी अस्पताल से दूसरे अस्पताल में रेफर करता रहा।’’
शिकायत में कहा गया है कि अस्पताल ने मरीज को समय पर ईएसआई से जुड़े निजी अस्पताल में भेजने की जहमत भी नहीं उठाई, जहां उन्हें बिस्तर और समय पर इलाज मिल पाता।
एनएचआरसी की वेबसाइट पर उपलब्ध मामले की कार्यवाही के अनुसार, मौत पिछले साल मई में प्रकाश अस्पताल में हुई थी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Shukrawar Upay: कुंडली में शुक्र है कमजोर तो कर लें ये उपाय, कष्टों से मिलेगा छुटकारा
Bhalchandra Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Rang Panchami: कब मनाया जाएगा रंग पंचमी का त्योहार, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका की टिप्पणी पर जयशंकर ने दिया कड़ा जवाब , कहा- भारत में दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी