दिल्ली में वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई
Sunday, Oct 24, 2021 - 10:27 PM (IST)
नयी दिल्ली, 24 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को वायु की गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में रही तथा बारिश के कारण सोमवार को परिस्थिति में सुधार की संभावना है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार शाम को 161 रहा।
गौरतलब है कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है।
भू-विज्ञान मंत्रालय के पूर्वानुमान निकाय ‘सफर’ ने कहा, ‘‘दिल्ली का एक्यूआई मध्यम श्रेणी में है। स्थानीय शुष्क मौसम एवं दक्षिण-पश्चिम हवा के कारण स्थानीय धूल उत्सर्जन से पीएम 10 में इजाफा होगा। रेगिस्तानी इलाके से अतिरिक्त धूल आने की संभावना है।’’
उसने कहा, ‘‘ हवा की दिशा में बदलाव के कारण एक्यूआई में बदलाव हो सकता है। बारिश के कारण अगले 24 घंटों में एक्यूआई में थोड़ा सुधार होगा और फिर से ये मध्यम स्तर पर आ जाएगा।’’
सफर के मुताबिक, रविवार को पराली जलाने की 735 घटनाएं हुईं और पीएम 2.5 में इसका योगदान दो फीसदी रहा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार शाम को 161 रहा।
गौरतलब है कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है।
भू-विज्ञान मंत्रालय के पूर्वानुमान निकाय ‘सफर’ ने कहा, ‘‘दिल्ली का एक्यूआई मध्यम श्रेणी में है। स्थानीय शुष्क मौसम एवं दक्षिण-पश्चिम हवा के कारण स्थानीय धूल उत्सर्जन से पीएम 10 में इजाफा होगा। रेगिस्तानी इलाके से अतिरिक्त धूल आने की संभावना है।’’
उसने कहा, ‘‘ हवा की दिशा में बदलाव के कारण एक्यूआई में बदलाव हो सकता है। बारिश के कारण अगले 24 घंटों में एक्यूआई में थोड़ा सुधार होगा और फिर से ये मध्यम स्तर पर आ जाएगा।’’
सफर के मुताबिक, रविवार को पराली जलाने की 735 घटनाएं हुईं और पीएम 2.5 में इसका योगदान दो फीसदी रहा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।