मूडीज ने बैंकिंग प्रणाली के परिदृश्य को ''''नकारात्मक'''' से ''''स्थिर'''' किया

Tuesday, Oct 19, 2021 - 05:16 PM (IST)

नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर (भाषा) मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने महामारी की शुरुआत के बाद से संपत्ति की गुणवत्ता में मामूली गिरावट और आर्थिक पुनरुद्धार के साथ ऋण वृद्धि में तेजी आने की संभावना के मद्देनजर मंगलवार को भारतीय बैंकिंग प्रणाली के लिए परिदृश्य को ''नकारात्मक'' से ''स्थिर'' कर दिया।

मूडीज को उम्मीद है कि अगले 12-18 महीनों में भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार जारी रहेगा और मार्च, 2022 में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 9.3 प्रतिशत और उसके अगले वर्ष 7.9 प्रतिशत की वृद्धि होगी।

मूडीज ने अपनी ''बैंकिंग प्रणाली परिदृश्य - भारत’ रिपोर्ट में कहा, "आर्थिक गतिविधियों में तेजी से ऋण वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। यह वृद्धि हमें सालाना 10-13 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। कमजोर कॉरपोरेट वित्तीय स्थिति और वित्तीय कंपनियों में वित्त पोषण की कमी बैंकों के लिए प्रमुख नकारात्मक कारक रहे हैं लेकिन ये जोखिम कम हो गए हैं।"
इसमें कहा गया कि कॉरपोरेट ऋणों की गुणवत्ता में सुधार हुआ है जो यह दर्शाता है कि बैंकों ने इस वर्ग में पुरानी समस्याओं वाले सभी ऋणों को मान्यता दी है और उन्हें लेकर प्रावधान किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, खुदरा ऋणों की गुणवत्ता में गिरावट आयी है, लेकिन यह एक सीमा तक हुआ है क्योंकि व्यापक रूप से नौकरियां छूटने की समस्या नहीं देखी गयी है।

मूडीज ने कहा, "हमने भारतीय बैंकिंग प्रणाली के लिए दृष्टिकोण में बदलाव करते हुए उसे नकारात्मक से स्थिर कर दिया है। महामारी का प्रकोप शुरू होने के बाद से संपत्ति की गुणवत्ता में मामूली गिरावट आयी है और संचालन के सुधरते माहौल से संपत्ति गुणवत्ता में मदद मिलेगी। संपत्ति गुणवत्ता में सुधार से ऋण की लागत में कमी के साथ लाभप्रदता में सुधार होगा।"


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PTI News Agency

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