स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर ने 1,500 करोड़ रुपये की कचरे से ऊर्जा बनाने परियोजना हासिल की
Thursday, Sep 30, 2021 - 10:27 PM (IST)
नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसे ब्रिटेन और यूरोप की ऊर्जा परिसंपत्ति के विकास से जुड़ी प्रमुख कंपनी से 1,500 करोड़ रुपये की पहली ऊर्जा परियोजना हासिल हुई है।
स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर लिमिटेड (एसडब्ल्यूएसएल) ने एक बयान में कहा, ‘‘... कंपनी को ब्रिटेन और यूरोप की ऊर्जा परिसंपत्ति के एक अग्रणी डेवलपर से कचरे से ऊर्जा बनाने के व्यवसाय के लिए 1,500 करोड़ रुपये का पहला ऑर्डर मिला है।”
यह संयंत्र प्रति घंटे 23.2 टन उन नगरपालिका कचरे का प्रसंस्करण करेगा, जिसका पुन:चक्रण नहीं हो सकता।
बयान के अनुसार यह लगभग 19.6 मेगावाट ऊर्जा उत्पन्न करेगा, जो 30,000 से अधिक घरों को बिजली देने के लिए पर्याप्त है।
कंपनी के सीईओ (वैश्विक) अमित जैन ने कहा, ‘‘चूंकि ‘वेस्ट-टू-एनर्जी प्रोजेक्ट्स’ को लागू करने की निष्पादन अवधि लंबी होती है, इसलिए ऐसे ऑर्डर के जरिए कंपनी साल-दर-साल लगातार राजस्व का प्रबंधन करने में सक्षम होगी।’’
परियोजना पर काम 2021-22 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में शुरू होगा और इसे चालू होने में तीन साल से अधिक लगेंगे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
स्टर्लिंग एंड विल्सन सोलर लिमिटेड (एसडब्ल्यूएसएल) ने एक बयान में कहा, ‘‘... कंपनी को ब्रिटेन और यूरोप की ऊर्जा परिसंपत्ति के एक अग्रणी डेवलपर से कचरे से ऊर्जा बनाने के व्यवसाय के लिए 1,500 करोड़ रुपये का पहला ऑर्डर मिला है।”
यह संयंत्र प्रति घंटे 23.2 टन उन नगरपालिका कचरे का प्रसंस्करण करेगा, जिसका पुन:चक्रण नहीं हो सकता।
बयान के अनुसार यह लगभग 19.6 मेगावाट ऊर्जा उत्पन्न करेगा, जो 30,000 से अधिक घरों को बिजली देने के लिए पर्याप्त है।
कंपनी के सीईओ (वैश्विक) अमित जैन ने कहा, ‘‘चूंकि ‘वेस्ट-टू-एनर्जी प्रोजेक्ट्स’ को लागू करने की निष्पादन अवधि लंबी होती है, इसलिए ऐसे ऑर्डर के जरिए कंपनी साल-दर-साल लगातार राजस्व का प्रबंधन करने में सक्षम होगी।’’
परियोजना पर काम 2021-22 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में शुरू होगा और इसे चालू होने में तीन साल से अधिक लगेंगे।
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