वाहन विनिर्माताओं के लिए लचीला -ईंधन इंजन बनाना अनिवार्य करेगी सरकार: गडकरी

Thursday, Sep 30, 2021 - 09:51 PM (IST)

नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार उच्चतम न्यायालय से मंजूरी मिलने के बाद सभी वाहन विनिर्माताओं के लिए लोचदार- ईंधन के अनुकूल इंजन बनाना अनिवार्य कर देगी।

फ्लेक्स-फ्यूल, या लचीला ईंधन, पेट्रोल और मेथनॉल या एथनॉल को मिलाकर बनने वाला एक वैकल्पिक ईंधन है।

गडकरी ने उद्योग मंडल पीएचडीसीसीआई के 116वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार एक एथनॉल अर्थव्यवस्था विकसित करने पर काम कर रही है।

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा, ‘‘हम सभी वाहन निर्माताओं के लिए फ्लेक्स-फ्यूल इंजन (जो एक से अधिक ईंधन पर चल सकते हैं) बनाना अनिवार्य करने जा रहे हैं।’’
मंत्री ने ब्राजील, कनाडा और अमेरिका के उदाहरण दिए जहां अधिकांश ऑटोमोबाइल कंपनियां लचीले- ईंधन इंजन वाले वाहनों का निर्माण करती हैं।

गडकरी ने कहा, ‘‘हमने उच्चतम न्यायलय में एक शपथपत्र दिया है। जब हमें उच्चतम न्यायालय से मंजूरी मिल जाएगी, तब हम सभी वाहन विनिर्माताओं के लिए ऐसे लचीले- ईंधन इंजन बनाना अनिवार्य कर देंगे।’’
गडकरी ने सुझाव दिया कि सेना को डीजल इंजन वाले वाहनों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाना चाहिए और एलएनजी, सीएनजी और एथनॉल पर चलने वाले ट्रकों का उपयोग करना चाहिए।

मंत्री ने कहा कि एथेनॉल, पेट्रोल और डीजल की तुलना में काफी सस्ता है।

उन्होंने कहा कि सरकार एक एथनॉल अर्थव्यवस्था को विकसित करने की दिशा में काम कर रही है और 450 कारखानों ने इसके निर्माण में रुचि दिखायी है।

स्वदेशी ईंधन अपनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ऑटोमोबाइल उद्योग को 15 लाख करोड़ रुपये का उद्योग बनाने के लिए काम कर रही है। इससे देश में एक करोड़ लोगों की नौकरी के अवसर मिलेंगे।

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PTI News Agency

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