सरकार सुनिश्चित करे कि ब्रिटेन जाने वाले भारतीय नागरिकों को कोई असुविधा नहीं हो: कांग्रेस
punjabkesari.in Wednesday, Sep 22, 2021 - 10:18 AM (IST)
नयी दिल्ली, 21 सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने ब्रिटेन में कोविड संबंधी यात्रा नियमों को लेकर मंगलवार को कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ब्रिटेन जाने वाले भारतीय नागरिकों को कोई असुविधा नहीं हो।
पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ भारत के किसी भी नागरिक को ब्रिटेन में जाने पर कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने खुद को हमेशा इस तरह से पेश किया कि उन्होंने विदेश नीति में क्रांतिकारी काम कर दिया है, लेकिन यह क्या क्रांति है, जिससे किसी भारतीय नागरिक को फायदा नहीं मिलता।’’
उन्होंने आग्रह किया, ‘‘सरकार यह सुनिश्चित करे कि ब्रिटेन जाने पर किसी भी भारतीय नागरिक को असुविधा नहीं होनी चाहिए।’’
उधर, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटेन की नवनियुक्त विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रुस के साथ अपनी बैठक के दौरान कोविड-19 संबंधी पृथक-वास के मामले के ‘‘शीघ्र समाधान’’ का आग्रह किया
दरअसल, ब्रिटेन की यात्रा के संबंध में फिलहाल लाल, एम्बर और हरे रंग की तीन अलग-अलग सूचियां बनाई गई हैं। खतरे के अनुसार अलग-अलग देशों को अलग-अलग सूची में रखा गया है। चार अक्टूबर से सभी सूचियों को मिला दिया जाएगा और केवल लाल सूची बाकी रहेगी। लाल सूची में शामिल देशों के यात्रियों को ब्रिटेन की यात्रा पर पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा।
भारत अब भी एम्बर सूची में है। ऐसे में एम्बर सूची को खत्म करने का मतलब है कि केवल कुछेक यात्रियों को ही पीसीआर जांच से छूट मिलेगी। जिन देशों के कोविड-19 टीकों को ब्रिटेन में मंजूरी होगी, उसमें भारत शामिल नहीं है। इसका मतलब यह है कि जो भारतीय सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया का कोविशील्ड टीका लगवा चुके होंगे, उन्हें अनिवार्य रूप से पीसीआर जांच करानी होगी तथा तय पतों पर पृथक-वास में रहना होगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ भारत के किसी भी नागरिक को ब्रिटेन में जाने पर कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने खुद को हमेशा इस तरह से पेश किया कि उन्होंने विदेश नीति में क्रांतिकारी काम कर दिया है, लेकिन यह क्या क्रांति है, जिससे किसी भारतीय नागरिक को फायदा नहीं मिलता।’’
उन्होंने आग्रह किया, ‘‘सरकार यह सुनिश्चित करे कि ब्रिटेन जाने पर किसी भी भारतीय नागरिक को असुविधा नहीं होनी चाहिए।’’
उधर, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटेन की नवनियुक्त विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रुस के साथ अपनी बैठक के दौरान कोविड-19 संबंधी पृथक-वास के मामले के ‘‘शीघ्र समाधान’’ का आग्रह किया
दरअसल, ब्रिटेन की यात्रा के संबंध में फिलहाल लाल, एम्बर और हरे रंग की तीन अलग-अलग सूचियां बनाई गई हैं। खतरे के अनुसार अलग-अलग देशों को अलग-अलग सूची में रखा गया है। चार अक्टूबर से सभी सूचियों को मिला दिया जाएगा और केवल लाल सूची बाकी रहेगी। लाल सूची में शामिल देशों के यात्रियों को ब्रिटेन की यात्रा पर पाबंदियों का सामना करना पड़ेगा।
भारत अब भी एम्बर सूची में है। ऐसे में एम्बर सूची को खत्म करने का मतलब है कि केवल कुछेक यात्रियों को ही पीसीआर जांच से छूट मिलेगी। जिन देशों के कोविड-19 टीकों को ब्रिटेन में मंजूरी होगी, उसमें भारत शामिल नहीं है। इसका मतलब यह है कि जो भारतीय सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया का कोविशील्ड टीका लगवा चुके होंगे, उन्हें अनिवार्य रूप से पीसीआर जांच करानी होगी तथा तय पतों पर पृथक-वास में रहना होगा।
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