भारत में कोविड प्रबंधन पर न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित लेख को सरकार ने ‘भड़काऊ’ बताया
punjabkesari.in Friday, Sep 17, 2021 - 10:37 AM (IST)
नयी दिल्ली, 16 सितंबर (भाषा) सरकार ने भारत के कोविड-19 महामारी प्रबंधन पर हाल में ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में प्रकाशित एक लेख को ‘‘भड़काऊ और ध्यान खींचने की कोशिश’’ करार दिया और कहा कि यह ऐसे समय में लिखा गया है, जब देश ठीक तरह से महामारी से निपट रहा है।
लेख में दावा किया गया कि ‘‘आईसीएमआर ने अपने निष्कर्षों को इस तरह से गढ़ा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशावादी विचारों में उपयुक्त बैठे, जबकि संकट जारी था।’’
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह भड़काऊ, ध्यान खींचने की कोशिश वाला लेख है जिसे ऐसे समय में प्रकाशित किया गया जब भारत ठीक तरह से महामारी से निपट रहा है और यहां टीकाकरण की गति अच्छी है। इसमें उठाए गए मुद्दे बेकार हैं और उन पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।’’
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों ने मिलकर महामारी का मुकाबला किया और हमारी पूरी ऊर्जा एवं हमारा समय उसमें लगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम पत्रकारीय एवं संपादकीय स्वतंत्रता को सम्मान देते हैं और साथ ही हमें यह भी देखना चाहिए कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने महामारी से लड़ने में अपनी पूरी ऊर्जा लगा दी।’’
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल ने लेख की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस तरह की, संदर्भ से बाहर की रिपोर्टिंग की निंदा करते हैं। यह अवांछनीय है और ऐसा नहीं होना चाहिए।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
लेख में दावा किया गया कि ‘‘आईसीएमआर ने अपने निष्कर्षों को इस तरह से गढ़ा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशावादी विचारों में उपयुक्त बैठे, जबकि संकट जारी था।’’
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह भड़काऊ, ध्यान खींचने की कोशिश वाला लेख है जिसे ऐसे समय में प्रकाशित किया गया जब भारत ठीक तरह से महामारी से निपट रहा है और यहां टीकाकरण की गति अच्छी है। इसमें उठाए गए मुद्दे बेकार हैं और उन पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।’’
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि केंद्र सरकार तथा राज्य सरकारों ने मिलकर महामारी का मुकाबला किया और हमारी पूरी ऊर्जा एवं हमारा समय उसमें लगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम पत्रकारीय एवं संपादकीय स्वतंत्रता को सम्मान देते हैं और साथ ही हमें यह भी देखना चाहिए कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने महामारी से लड़ने में अपनी पूरी ऊर्जा लगा दी।’’
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल ने लेख की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस तरह की, संदर्भ से बाहर की रिपोर्टिंग की निंदा करते हैं। यह अवांछनीय है और ऐसा नहीं होना चाहिए।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।