ऊंट के मुंह में जीरा है एमएसपी की बढ़ोतरी : कांग्रेस
Wednesday, Sep 08, 2021 - 09:28 PM (IST)
नयी दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने चालू फसल वर्ष के लिए रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि के केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले के बाद बुधवार को आरोप लगाया कि यह वृद्धि ''ऊंट के मुंह में जीरा'' है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ''''देश के किसान से धोखा है “ऊँट के मुँह में जीरा” वाली रबी एमएसपी की बढ़ोतरी की गई है।'''' उनके मुताबिक, "गन्ना- 285 से 290 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 1.75प्रतिशत। गेहूं - 1975 से 2015 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 2 प्रतिशत। सूरजमुखी- 5327 से 5441 रूपये यानी बढ़त सिर्फ़ 2.14 प्रतिशत।" उन्होंने कहा, "जौ- 1600 से 1635 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 2.18 प्रतिशत। चना- 5100 से 5230 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 2.55 प्रतिशत। मसूर- 5100 से 5500 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 7.85 प्रतिशत। सरसों- 4650 से 5050 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 8.6प्रतिशत।" सुरजेवाला ने दावा किया, "पहले मोदी सरकार ने डीज़ल की क़ीमत में आग लगाई, फिर खाद, कीटनाशक दवाई, खेती के उपकरणों, ट्रैक्टर के दाम बढ़ा जीएसटी लगाई।" उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार ने किया खेती की लागत मूल्य 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर बढ़ाने का काम, आज सिर्फ़ 2% से 8% की बढ़ोतरी कर एमएसपी का किया काम तमाम ! यानी डालो न के बराबर, किसान की जेब से से निकालो सब कुछ!" गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने चालू फसल वर्ष 2021-22 के लिए गेहूं का एमएसपी 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया। इसके अलावा सरसों का एमएसपी 400 रुपये बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।
एमएसपी वह दर है जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है। मौजूदा समय में सरकार खरीफ और रबी दोनों मौसमों में उगाई जाने वाली 23 फसलों के लिए एमएसपी तय करती है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ''''देश के किसान से धोखा है “ऊँट के मुँह में जीरा” वाली रबी एमएसपी की बढ़ोतरी की गई है।'''' उनके मुताबिक, "गन्ना- 285 से 290 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 1.75प्रतिशत। गेहूं - 1975 से 2015 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 2 प्रतिशत। सूरजमुखी- 5327 से 5441 रूपये यानी बढ़त सिर्फ़ 2.14 प्रतिशत।" उन्होंने कहा, "जौ- 1600 से 1635 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 2.18 प्रतिशत। चना- 5100 से 5230 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 2.55 प्रतिशत। मसूर- 5100 से 5500 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 7.85 प्रतिशत। सरसों- 4650 से 5050 रुपये यानी बढ़त सिर्फ़ 8.6प्रतिशत।" सुरजेवाला ने दावा किया, "पहले मोदी सरकार ने डीज़ल की क़ीमत में आग लगाई, फिर खाद, कीटनाशक दवाई, खेती के उपकरणों, ट्रैक्टर के दाम बढ़ा जीएसटी लगाई।" उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार ने किया खेती की लागत मूल्य 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर बढ़ाने का काम, आज सिर्फ़ 2% से 8% की बढ़ोतरी कर एमएसपी का किया काम तमाम ! यानी डालो न के बराबर, किसान की जेब से से निकालो सब कुछ!" गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने चालू फसल वर्ष 2021-22 के लिए गेहूं का एमएसपी 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया। इसके अलावा सरसों का एमएसपी 400 रुपये बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।
एमएसपी वह दर है जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है। मौजूदा समय में सरकार खरीफ और रबी दोनों मौसमों में उगाई जाने वाली 23 फसलों के लिए एमएसपी तय करती है।
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