पूर्व राजनयिक वेणु राजामोनी को ओ पी जिंदल विश्वविद्याल ने नियुक्त किया प्रोफेसर
punjabkesari.in Monday, Aug 02, 2021 - 06:02 PM (IST)
नयी दिल्ली, दो अगस्त (भाषा) पूर्व राजनयिक वेणु राजामोनी को ओ पी जिंदल ग्लोबल विश्वविद्यालय ने ‘डिप्लोमैटिक प्रैक्टिस’ विषय का प्राध्यापक नियुक्त किया है।
नौकरशाही का 34 वर्षों का अनुभव रखने वाले पूर्व पत्रकार राजामोनी 2017 से 2020 तक नीदरलैंड में भारत के राजदूत थे।
उन्होंने कहा, “मैं ओ पी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) से जुड़कर खुश हूं जिसे भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित संस्थान घोषित किया गया है।”
यह विश्वविद्यालय हरियाणा के सोनीपत में स्थित है।
राजामोनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “प्रतिभाओं को निखारने में जेजीयू की महत्वपूर्ण भूमिका है जो भारत को दुनिया के अग्रणी राष्ट्रों की कतार में ले जा सकते हैं, और इस प्रयास में अपना पूर्ण योगदान करने का इरादा रखता हूं।”
वह हेग में रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रहे और अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) व स्थायी मध्यस्थता अदालत (पीसीए) के साथ भारत के संबंधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी ।
राजामोनी ने दिल्ली स्थित जेएनयू से अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में स्नातकोत्तर किया है जबकि केरल स्थित महात्मा गांधी विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग से चीनी भाषा में प्रमाण-पत्र भी लिया है।
वह 2012 से 2017 तक प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति रहने के दौरान उनके प्रेस सचिव के पद पर भी रहे।
इसके अलावा वह वाशिंगटन डीसी, जिनेवा, बीजिंग और हांगकांग में भारतीय मिशनों में रहने के अलावा विदेश मंत्रालय में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
नौकरशाही का 34 वर्षों का अनुभव रखने वाले पूर्व पत्रकार राजामोनी 2017 से 2020 तक नीदरलैंड में भारत के राजदूत थे।
उन्होंने कहा, “मैं ओ पी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) से जुड़कर खुश हूं जिसे भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित संस्थान घोषित किया गया है।”
यह विश्वविद्यालय हरियाणा के सोनीपत में स्थित है।
राजामोनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “प्रतिभाओं को निखारने में जेजीयू की महत्वपूर्ण भूमिका है जो भारत को दुनिया के अग्रणी राष्ट्रों की कतार में ले जा सकते हैं, और इस प्रयास में अपना पूर्ण योगदान करने का इरादा रखता हूं।”
वह हेग में रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रहे और अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) व स्थायी मध्यस्थता अदालत (पीसीए) के साथ भारत के संबंधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी ।
राजामोनी ने दिल्ली स्थित जेएनयू से अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में स्नातकोत्तर किया है जबकि केरल स्थित महात्मा गांधी विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ हांगकांग से चीनी भाषा में प्रमाण-पत्र भी लिया है।
वह 2012 से 2017 तक प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति रहने के दौरान उनके प्रेस सचिव के पद पर भी रहे।
इसके अलावा वह वाशिंगटन डीसी, जिनेवा, बीजिंग और हांगकांग में भारतीय मिशनों में रहने के अलावा विदेश मंत्रालय में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
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