जयशंकर ने ईरानी विदेश मंत्री से अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की
punjabkesari.in Thursday, Jul 22, 2021 - 10:57 AM (IST)
नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को अपने ईरानी समकक्ष जवाद जरीफ से बातचीत की जो अफगानिस्तान में उभरती स्थिति के साथ-साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर केंद्रित थी।
जयशंकर ने दो सप्ताह पहले भी जरीफ के साथ व्यापक बातचीत की थी और रूस जाने के क्रम में ईरानी राजधानी तेहरान में रुक कर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से मुलाकात की थी।
जयशंकर ने एक ट्वीट में चर्चा के विषयों का उल्लेख किए बिना बातचीत को “उत्पादक” बताया। उन्होंने ट्वीट किया, "ईरानी विदेश मंत्री जवाद जरीफ से बातचीत कर अच्छा लगा। हमारे संबंधों के संबंध में उपयोगी बातचीत हुई।"
ईरानी मीडिया की खबरों में कहा गया है कि दोनों विदेश मंत्रियों ने अफगानिस्तान के ताजा घटनाक्रम को लेकर चर्चा की। ईरान की समाचार एजेंसी आईआरएनए ने कहा, "ईरान और भारत के विदेश मंत्रियों ने बुधवार को टेलीफोन पर हुयी बातचीत में अफगानिस्तान के ताजा घटनाक्रम को लेकर चर्चा की।"
अमेरिका द्वारा एक मई को देश से अपने सैनिकों की वापसी शुरू किए जाने के बाद से अफगानिस्तान में तालिबान हमलों में तेजी आयी है।
रूस के साथ ही ईरान अफगान शांति प्रक्रिया में प्रमुख भूमिका निभा रहा है और अमेरिका द्वारा सैनिकों की वापसी के साथ ही देश में व्यापक हिंसा के बाद इस प्रक्रिया में नयी गति आयी है।
समझा जाता है कि जयशंकर और जरीफ ने द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की। चाबहार बंदरगाह का विकास दोनों देशों के बीच संबंधों में एक प्रमुख विषय रहा है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
जयशंकर ने दो सप्ताह पहले भी जरीफ के साथ व्यापक बातचीत की थी और रूस जाने के क्रम में ईरानी राजधानी तेहरान में रुक कर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से मुलाकात की थी।
जयशंकर ने एक ट्वीट में चर्चा के विषयों का उल्लेख किए बिना बातचीत को “उत्पादक” बताया। उन्होंने ट्वीट किया, "ईरानी विदेश मंत्री जवाद जरीफ से बातचीत कर अच्छा लगा। हमारे संबंधों के संबंध में उपयोगी बातचीत हुई।"
ईरानी मीडिया की खबरों में कहा गया है कि दोनों विदेश मंत्रियों ने अफगानिस्तान के ताजा घटनाक्रम को लेकर चर्चा की। ईरान की समाचार एजेंसी आईआरएनए ने कहा, "ईरान और भारत के विदेश मंत्रियों ने बुधवार को टेलीफोन पर हुयी बातचीत में अफगानिस्तान के ताजा घटनाक्रम को लेकर चर्चा की।"
अमेरिका द्वारा एक मई को देश से अपने सैनिकों की वापसी शुरू किए जाने के बाद से अफगानिस्तान में तालिबान हमलों में तेजी आयी है।
रूस के साथ ही ईरान अफगान शांति प्रक्रिया में प्रमुख भूमिका निभा रहा है और अमेरिका द्वारा सैनिकों की वापसी के साथ ही देश में व्यापक हिंसा के बाद इस प्रक्रिया में नयी गति आयी है।
समझा जाता है कि जयशंकर और जरीफ ने द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की। चाबहार बंदरगाह का विकास दोनों देशों के बीच संबंधों में एक प्रमुख विषय रहा है।
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