मोरपेन लैब्स ने स्पुतनिक वी वैक्सीन के परीक्षण बैच का उत्पादन शुरू किया
punjabkesari.in Tuesday, Jul 06, 2021 - 04:42 PM (IST)
नयी दिल्ली, छह जुलाई (भाषा) मोरपेन लेबोरेटरीज और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने मंगलवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि मोरोपेन के हिमाचल प्रदेश स्थित संयंत्र में कोविड-19 की वैक्सीन स्पुतनिक वी के परीक्षण बैच का उत्पादन शुरू हो गया है।
बयान में कहा गया कि गुणवत्ता नियंत्रण के लिए पहले बैच को रूस के गमलेया शोध केंद्र में भेजा जाएगा। आरडीआईएफ और मोरपेन लेबोरेटरीज ने जून 2021 में इस संबंध में समझौता किया था।
आरडीआईएफ के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने कहा, ‘‘चूंकि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस के अधिक खतरनाक रूपों का पता लगाया जा रहा है, इसलिए आरडीआईएफ भारत में स्पुतनिक वी के उत्पादन के लिए क्षमता बढ़ा रहा है।’’
आरडीआईएफ वैक्सीन के लिए भारत में अन्य दवा कंपनियों - ग्लैंड फार्मा, हेटेरो बायोफार्मा, पैनासिया बायोटेक, स्टेलिस बायोफार्मा और विरचो बायोटेक के साथ पहले ही समझौता कर चुका है।
बयान में कहा गया है कि कुल मिलाकर भारत में सभी भागीदारों के साथ हर साल स्पुतनिक वी की 85 करोड़ से अधिक खुराक का उत्पादन होने की उम्मीद है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
बयान में कहा गया कि गुणवत्ता नियंत्रण के लिए पहले बैच को रूस के गमलेया शोध केंद्र में भेजा जाएगा। आरडीआईएफ और मोरपेन लेबोरेटरीज ने जून 2021 में इस संबंध में समझौता किया था।
आरडीआईएफ के सीईओ किरिल दिमित्रीव ने कहा, ‘‘चूंकि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस के अधिक खतरनाक रूपों का पता लगाया जा रहा है, इसलिए आरडीआईएफ भारत में स्पुतनिक वी के उत्पादन के लिए क्षमता बढ़ा रहा है।’’
आरडीआईएफ वैक्सीन के लिए भारत में अन्य दवा कंपनियों - ग्लैंड फार्मा, हेटेरो बायोफार्मा, पैनासिया बायोटेक, स्टेलिस बायोफार्मा और विरचो बायोटेक के साथ पहले ही समझौता कर चुका है।
बयान में कहा गया है कि कुल मिलाकर भारत में सभी भागीदारों के साथ हर साल स्पुतनिक वी की 85 करोड़ से अधिक खुराक का उत्पादन होने की उम्मीद है।
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