चालू वित्त वर्ष में निजी अस्पतालों की आय 15-17 प्रतिशत बढ़ेगी : क्रिसिल
Tuesday, Jun 22, 2021 - 04:08 PM (IST)
नयी दिल्ली, 22 जून (भाषा) कोविड-19 संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बीच निजी अस्पतालों में कमरों की मांग काफी ऊंची रही है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने मंगलवार को कहा कि संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी की वजह से चालू वित्त वर्ष में निजी अस्पतालों की आय में 15 से 17 प्रतिशत की वृद्धि होगी जो 2020-21 से कुछ अधिक है।
क्रिसिल ने बयान में कहा कि आय बढ़ने से ऐसे अस्पतालों का परिचालन मार्जिन भी 1-2 प्रतिशत बढ़ कर 13-14 प्रतिशत तक रहने की संभावना है। इसके बावजूद मार्जिन 2020-21 से नीचे रहेगी। इसकी वजह यह है कि इस दौरान अस्पतालों में कोविड-19 के इलाज का अनुपात ऊंचा रहा जबकि इसमें मुनाफा अपेक्षाकृत कम है।
क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक मनीष गुप्ता ने कहा, ‘‘अप्रैल में महामारी की दूसरी लहर की वजह से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही सालाना आधार पर बेहतर रहेगी। इस दौरान अस्पतालों में 75 प्रतिशत कमरे मरीजों से भरे रहे। यह सालाना आधार पर लगभग दोगुना है। इसकी मुख्य वजह कोविड-19 के इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ना है।’’
गुप्ता ने कहा कि दूसरी तिमाही में दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद गैर-कोविड इलाज के लिए दबी मांग उभरेगी। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अस्पतालों में 65 से 70 प्रतिशत तक कमरे भरे रहेंग। इससे निजी अस्पतालों की आय बढ़ेगी। पिछले साल औसतन 58 प्रतिशत कमरे भरे थे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
क्रिसिल ने बयान में कहा कि आय बढ़ने से ऐसे अस्पतालों का परिचालन मार्जिन भी 1-2 प्रतिशत बढ़ कर 13-14 प्रतिशत तक रहने की संभावना है। इसके बावजूद मार्जिन 2020-21 से नीचे रहेगी। इसकी वजह यह है कि इस दौरान अस्पतालों में कोविड-19 के इलाज का अनुपात ऊंचा रहा जबकि इसमें मुनाफा अपेक्षाकृत कम है।
क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक मनीष गुप्ता ने कहा, ‘‘अप्रैल में महामारी की दूसरी लहर की वजह से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही सालाना आधार पर बेहतर रहेगी। इस दौरान अस्पतालों में 75 प्रतिशत कमरे मरीजों से भरे रहे। यह सालाना आधार पर लगभग दोगुना है। इसकी मुख्य वजह कोविड-19 के इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ना है।’’
गुप्ता ने कहा कि दूसरी तिमाही में दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद गैर-कोविड इलाज के लिए दबी मांग उभरेगी। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अस्पतालों में 65 से 70 प्रतिशत तक कमरे भरे रहेंग। इससे निजी अस्पतालों की आय बढ़ेगी। पिछले साल औसतन 58 प्रतिशत कमरे भरे थे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।