एयरलाइन कंपनियों में नौकरी का झांसा देकर लोगों से धोखाधड़ी करने के आरोप में तीन व्यक्ति गिरफ्तार
punjabkesari.in Friday, Jun 18, 2021 - 08:15 PM (IST)
नयी दिल्ली, 18 जून (भाषा) निजी एयरलाइंस के साथ ही भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से ठगी के आरोप में एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी पुलिस ने शुक्रवार को दी।
पुलिस ने इनकी पहचान हिमांशु ठाकुर (25), शुभम तिवारी (23) और अजय ठाकुर (31) के तौर पर की है। पुलिस ने बताया कि सुरेंद्र सिंह नाम के एक व्यक्ति द्वारा आईजीआई एयरपोर्ट थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद यह मामला सामने आया।
सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि अक्टूबर 2020 में उसे एक व्यक्ति का फोन आया जिसने उसे एक निजी एयरलाइन में नौकरी की पेशकश की। उससे कुछ समय पहले अपना संक्षिप्त विवरण एक जॉब पोर्टल पर अपलोड किया था।
सिंह ने कहा कि उस व्यक्ति ने उसे अपना मूल विवरण प्रदान करने और पंजीकरण शुल्क का भुगतान करने के लिए भी कहा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंह ने पैसे जमा करा दिए लेकिन फोन करने वाला बार-बार बहाने बनाकर और रकम मांगता रहा। अधिकारी ने कहा कि इस तरह शिकायतकर्ता ने शुभम तिवारी और अरुण कुमार शर्मा के बैंक खाते में 1,60,000 रुपये जमा कर दिए, लेकिन उसे कभी नौकरी नहीं मिली।
पुलिस उपायुक्त (आईजीआई एयरपोर्ट) राजीव रंजन ने कहा कि जांच के दौरान, शिकायतकर्ता से लेन-देन और टेलीफोन कॉल के बारे में सभी प्रासंगिक जानकारी एकत्र की गई। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता से संपर्क करने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबरों को निगरानी में रखा गया।
उन्होंने बताया कि ब्योरे के आधार पर पहले शुभम तिवारी और फिर हिमांशु ठाकुर एवं अजय ठाकुर को गिरफ्तार किया गया।
डीसीपी ने कहा कि आरोपी सोशल मीडिया पर विज्ञापन डालते थे जिसमें लिखा रहता था, ‘‘भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण में सीधी भर्ती, अनपढ़ से स्नातक तक लड़के और लड़कियों की विभिन्न पदों के लिए आवश्यकता है।’’
राजन ने कहा कि जब नौकरी चाहने वाले संपर्क करते थे तो आरोपी उन्हें विभिन्न बहाने से अपने खातों में पैसे जमा करने के लिए मना लेते थे और फिर उनके फोन उठाने बंद कर देते थे।
पुलिस ने कहा कि चार मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पैम्फलेट और फर्जी आधार कार्ड जब्त किए गए हैं और मामले की जांच की जा रही है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पुलिस ने इनकी पहचान हिमांशु ठाकुर (25), शुभम तिवारी (23) और अजय ठाकुर (31) के तौर पर की है। पुलिस ने बताया कि सुरेंद्र सिंह नाम के एक व्यक्ति द्वारा आईजीआई एयरपोर्ट थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद यह मामला सामने आया।
सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि अक्टूबर 2020 में उसे एक व्यक्ति का फोन आया जिसने उसे एक निजी एयरलाइन में नौकरी की पेशकश की। उससे कुछ समय पहले अपना संक्षिप्त विवरण एक जॉब पोर्टल पर अपलोड किया था।
सिंह ने कहा कि उस व्यक्ति ने उसे अपना मूल विवरण प्रदान करने और पंजीकरण शुल्क का भुगतान करने के लिए भी कहा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंह ने पैसे जमा करा दिए लेकिन फोन करने वाला बार-बार बहाने बनाकर और रकम मांगता रहा। अधिकारी ने कहा कि इस तरह शिकायतकर्ता ने शुभम तिवारी और अरुण कुमार शर्मा के बैंक खाते में 1,60,000 रुपये जमा कर दिए, लेकिन उसे कभी नौकरी नहीं मिली।
पुलिस उपायुक्त (आईजीआई एयरपोर्ट) राजीव रंजन ने कहा कि जांच के दौरान, शिकायतकर्ता से लेन-देन और टेलीफोन कॉल के बारे में सभी प्रासंगिक जानकारी एकत्र की गई। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता से संपर्क करने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबरों को निगरानी में रखा गया।
उन्होंने बताया कि ब्योरे के आधार पर पहले शुभम तिवारी और फिर हिमांशु ठाकुर एवं अजय ठाकुर को गिरफ्तार किया गया।
डीसीपी ने कहा कि आरोपी सोशल मीडिया पर विज्ञापन डालते थे जिसमें लिखा रहता था, ‘‘भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण में सीधी भर्ती, अनपढ़ से स्नातक तक लड़के और लड़कियों की विभिन्न पदों के लिए आवश्यकता है।’’
राजन ने कहा कि जब नौकरी चाहने वाले संपर्क करते थे तो आरोपी उन्हें विभिन्न बहाने से अपने खातों में पैसे जमा करने के लिए मना लेते थे और फिर उनके फोन उठाने बंद कर देते थे।
पुलिस ने कहा कि चार मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पैम्फलेट और फर्जी आधार कार्ड जब्त किए गए हैं और मामले की जांच की जा रही है।
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