दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस में होगी स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली
punjabkesari.in Friday, Jun 18, 2021 - 06:58 PM (IST)
नयी दिल्ली, 18 जून (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस गलियारे में यात्रियों के लिए स्वचालित किराया संग्रह (एएफसी) प्रणाली और ‘क्यूआर’ कोड वाले टिकट होंगे।
निगम ने एक बयान में कहा कि उसने एएफसी प्रणाली की खरीद के लिए सरकार के ''मेक इन इंडिया'' दिशानिर्देशों के तहत निविदाएं आमंत्रित की हैं। निगम ने कहा कि एएफसी प्रणाली से आधुनिक यातायात व्यवस्था में यात्रा करने के तरीके में बड़ा बदलाव आता है। इससे प्रवेश व निकास संपर्क रहित, निर्बाध, आरामदायक और त्वरित हो सकेगा।
निगम ने बयान में कहा कि एक उपभोक्ता को ‘‘क्यूआर कोड’’ वाले टिकट का उपयोग करने का विकल्प भी होगा, जिसे निगम के मोबाइल ऐप या इसकी वेबसाइट पर डिजिटल रूप से प्राप्त किया जा सकता है।
दिल्ली मेट्रो की टोकन प्रणाली की तरह यात्री भी दो स्टेशनों के बीच यात्रा के लिए टिकट वेंडिंग मशीन से ‘पेपर क्यूआर’ टिकट खरीद सकेंगे। देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) में विभिन्न कार्डों के उपयोग की भी सुविधा होगी।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम केंद्र सरकार और हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सरकारों की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है। कंपनी ने 15 जून को घोषणा की थी कि अपनी ऊर्जा प्रबंधन नीति के तहत वह आरआरटीएस गलियारे के लिए स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करेगी, जिससे बिजली पर खर्च में कमी हो सकेगी, वहीं कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में भी खासी कमी होगी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
निगम ने एक बयान में कहा कि उसने एएफसी प्रणाली की खरीद के लिए सरकार के ''मेक इन इंडिया'' दिशानिर्देशों के तहत निविदाएं आमंत्रित की हैं। निगम ने कहा कि एएफसी प्रणाली से आधुनिक यातायात व्यवस्था में यात्रा करने के तरीके में बड़ा बदलाव आता है। इससे प्रवेश व निकास संपर्क रहित, निर्बाध, आरामदायक और त्वरित हो सकेगा।
निगम ने बयान में कहा कि एक उपभोक्ता को ‘‘क्यूआर कोड’’ वाले टिकट का उपयोग करने का विकल्प भी होगा, जिसे निगम के मोबाइल ऐप या इसकी वेबसाइट पर डिजिटल रूप से प्राप्त किया जा सकता है।
दिल्ली मेट्रो की टोकन प्रणाली की तरह यात्री भी दो स्टेशनों के बीच यात्रा के लिए टिकट वेंडिंग मशीन से ‘पेपर क्यूआर’ टिकट खरीद सकेंगे। देश के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) में विभिन्न कार्डों के उपयोग की भी सुविधा होगी।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम केंद्र सरकार और हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सरकारों की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है। कंपनी ने 15 जून को घोषणा की थी कि अपनी ऊर्जा प्रबंधन नीति के तहत वह आरआरटीएस गलियारे के लिए स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग करेगी, जिससे बिजली पर खर्च में कमी हो सकेगी, वहीं कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में भी खासी कमी होगी।
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