उद्योगपति सिद्धार्थ श्रीराम का निधन
punjabkesari.in Monday, May 17, 2021 - 04:27 PM (IST)
नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) उद्योगपति और ऊषा इंटरनेशनल के पूर्व चेयरमैन सिद्धार्थ श्रीराम का सोमवार को कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया। परिवार से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी।
वह 76 साल के थे।
कार्यकारी भूमिका से हटने के बाद ऊषा इंटरनेशनल के निदेशक मंडल में सलहकार श्रीराम को कोविड-19 संक्रमण के इलाज के लिये गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बहुआयामी व्यक्तित्व वाले उद्योगपति श्रीराम मवाना शुगर्स लि. के चेयरमैन रहे। वह सिलाई मशीन और पंखे, कूलर जैसे घरों में उपयोग होने वाले उपकरण बनाने वाली ऊषा इंटरनेशनल के चेयरमैन भी रहे।
वह अंतरराष्ट्रीय और रणनीति मुद्दों पर शोध कार्यों से संबद्ध संस्थान दिल्ली पॉलिसी ग्रुप के भी चेयरमैन रहे।
श्रीराम का जन्म 18 जनवरी, 1945 को हुआ। उन्होंने स्कूली शिक्षा देहरादून स्थित वेलहेम स्कूल और दून स्कूल से प्राप्त की। उन्होंने अंग्रेजी में स्नातक की डिग्री दिल्ली विश्विविद्यालय के सेंट स्टीफेन्स कॉलेज से की। वह अमेरिका के एमआईआईटी में (मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) स्लोन फेलो भी रहे।
वह खेल और उद्योग संगठनों में भी विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रहे। गोल्फ के प्रति उनका विशेष लगाव था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
वह 76 साल के थे।
कार्यकारी भूमिका से हटने के बाद ऊषा इंटरनेशनल के निदेशक मंडल में सलहकार श्रीराम को कोविड-19 संक्रमण के इलाज के लिये गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बहुआयामी व्यक्तित्व वाले उद्योगपति श्रीराम मवाना शुगर्स लि. के चेयरमैन रहे। वह सिलाई मशीन और पंखे, कूलर जैसे घरों में उपयोग होने वाले उपकरण बनाने वाली ऊषा इंटरनेशनल के चेयरमैन भी रहे।
वह अंतरराष्ट्रीय और रणनीति मुद्दों पर शोध कार्यों से संबद्ध संस्थान दिल्ली पॉलिसी ग्रुप के भी चेयरमैन रहे।
श्रीराम का जन्म 18 जनवरी, 1945 को हुआ। उन्होंने स्कूली शिक्षा देहरादून स्थित वेलहेम स्कूल और दून स्कूल से प्राप्त की। उन्होंने अंग्रेजी में स्नातक की डिग्री दिल्ली विश्विविद्यालय के सेंट स्टीफेन्स कॉलेज से की। वह अमेरिका के एमआईआईटी में (मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) स्लोन फेलो भी रहे।
वह खेल और उद्योग संगठनों में भी विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रहे। गोल्फ के प्रति उनका विशेष लगाव था।
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