गंगा राम अस्पताल के कोविड मरीजों के परिजनों को ऑक्सीजन कमी की सूचना नहीं दी गयी थी
punjabkesari.in Saturday, Apr 24, 2021 - 03:54 PM (IST)

नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के कुछ मरीजों के परिजनों ने शुक्रवार को कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के बारे में उन्हें सूचना नहीं थी।
अधिकारियों के अनुसार, सुबह करीब 8 बजकर 20 मिनट पर अस्पताल ने कहा कि ‘‘पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के कारण नाजुक हालत में पहुंचे 25 मरीजों की मौत हो गई है।’’
सूत्रों ने बताया, ‘‘कम दबाव की ऑक्सीजन’’ मौत का संभावित कारण हो सकती है, लेकिन अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर डी. एस. राणा ने कहा, ‘‘ऐसा कहना गलत होगा।’’
मरीज सौरभ शर्मा के रिश्तेदार सतीश शर्मा ने कहा, ‘‘हम समाचार देख रहे हैं, लेकिन हमें किसी ने यहां ऑक्सीजन की कमी के बारे में नहीं बताया। हमारे परिवार का सदस्य ठीक है। हमने सुबह ही वीडियो कॉल पर उनसे बात की है।’’
शुक्रवार की सुबह जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर सपोर्ट) पर रखे गए दयानंद वर्मा के पुत्र अभिषेक वर्मा को भी गंगा राम अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की कोई जानकारी नहीं थी। गंगा राम दिल्ली के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित अस्पतालों में से एक है।
अंबाला के रहने वाले 37 वर्षीय अभिषेक ने कहा, ‘‘मेरे पिताजी को तीन साल से कैंसर है। हम कीमोथेरेपी के सेशन के लिए आए थे। मुझे नहीं पता कि वह कहां संक्रमित हुए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘डॉक्टर ने जब मुझे उन्हें देखने के लिए बुलाया तो मैं आईसीयू के भीतर गया था। सबकुछ सामान्य लग रहा था। अगर ऑक्सीजन की कमी होती तो वहां अफरा-तफरी का माहौल होता।’’
करोल बाग निवासी प्रसेनजीत के रिश्तेदार ने बताया कि एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने के बाद उन्हें गंगाराम अस्पताल लाया गया है।
पश्चिम बंगाल के हावड़ा निवासी मातो दत्ता ने कहा, ‘‘हम यहां दो सिलेंडरों के साथ आए हैं। हमें नहीं पता कि उनमें से कितना इस्तेमाल हुआ है। अभी तक, उन्होंने (अस्पताल प्रशासन) कुछ नहीं कहा है।’’
अस्पताल में कोविड-19 के कारण मरे धरमपाल अहलूवालिया के परिजन का कहना है कि वे ऐसा नहीं कह सकते हैं कि यह ऑक्सीजन की कमी के कारण हुआ है।
गाजियाबाद निवासी एक रिश्तेदार ने कहा, ‘‘वह आईसीयू में थे। हमें सुबह अस्पताल से कॉल आया कि वह नहीं रहे। हमें नहीं पता कि क्या हुआ।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, सुबह करीब 8 बजकर 20 मिनट पर अस्पताल ने कहा कि ‘‘पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के कारण नाजुक हालत में पहुंचे 25 मरीजों की मौत हो गई है।’’
सूत्रों ने बताया, ‘‘कम दबाव की ऑक्सीजन’’ मौत का संभावित कारण हो सकती है, लेकिन अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर डी. एस. राणा ने कहा, ‘‘ऐसा कहना गलत होगा।’’
मरीज सौरभ शर्मा के रिश्तेदार सतीश शर्मा ने कहा, ‘‘हम समाचार देख रहे हैं, लेकिन हमें किसी ने यहां ऑक्सीजन की कमी के बारे में नहीं बताया। हमारे परिवार का सदस्य ठीक है। हमने सुबह ही वीडियो कॉल पर उनसे बात की है।’’
शुक्रवार की सुबह जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर सपोर्ट) पर रखे गए दयानंद वर्मा के पुत्र अभिषेक वर्मा को भी गंगा राम अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की कोई जानकारी नहीं थी। गंगा राम दिल्ली के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित अस्पतालों में से एक है।
अंबाला के रहने वाले 37 वर्षीय अभिषेक ने कहा, ‘‘मेरे पिताजी को तीन साल से कैंसर है। हम कीमोथेरेपी के सेशन के लिए आए थे। मुझे नहीं पता कि वह कहां संक्रमित हुए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘डॉक्टर ने जब मुझे उन्हें देखने के लिए बुलाया तो मैं आईसीयू के भीतर गया था। सबकुछ सामान्य लग रहा था। अगर ऑक्सीजन की कमी होती तो वहां अफरा-तफरी का माहौल होता।’’
करोल बाग निवासी प्रसेनजीत के रिश्तेदार ने बताया कि एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने के बाद उन्हें गंगाराम अस्पताल लाया गया है।
पश्चिम बंगाल के हावड़ा निवासी मातो दत्ता ने कहा, ‘‘हम यहां दो सिलेंडरों के साथ आए हैं। हमें नहीं पता कि उनमें से कितना इस्तेमाल हुआ है। अभी तक, उन्होंने (अस्पताल प्रशासन) कुछ नहीं कहा है।’’
अस्पताल में कोविड-19 के कारण मरे धरमपाल अहलूवालिया के परिजन का कहना है कि वे ऐसा नहीं कह सकते हैं कि यह ऑक्सीजन की कमी के कारण हुआ है।
गाजियाबाद निवासी एक रिश्तेदार ने कहा, ‘‘वह आईसीयू में थे। हमें सुबह अस्पताल से कॉल आया कि वह नहीं रहे। हमें नहीं पता कि क्या हुआ।’’
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