सरकार की नयी टीका नीति भेदभावपूर्ण और अव्यवस्थित: माकपा
punjabkesari.in Tuesday, Apr 20, 2021 - 07:19 PM (IST)
नयी दिल्ली, 20 अप्रैल (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि सरकार की टीकाकरण से जुड़ी नयी नीति भेदभावपूर्ण और अव्यवस्थित है।
पार्टी ने यह दावा भी किया कि सरकार टीकाकरण को लेकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।
माकपा ने एक बयान में कहा, ‘‘सरकार की ओर से सोमवार को घोषित नीति राज्य सरकारों पर जिम्मेदारी डालने का प्रयास है...यह भेदभावपूर्ण और अव्यवस्थित भी है।’’
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड-19 की रोकथाम के लिए टीका लगवा सकेंगे।
सरकार ने टीकाकरण अभियान में ढील देते हुए राज्यों, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे टीका निर्माताओं से खुराक खरीदने की अनुमति भी दे दी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पार्टी ने यह दावा भी किया कि सरकार टीकाकरण को लेकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।
माकपा ने एक बयान में कहा, ‘‘सरकार की ओर से सोमवार को घोषित नीति राज्य सरकारों पर जिम्मेदारी डालने का प्रयास है...यह भेदभावपूर्ण और अव्यवस्थित भी है।’’
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोग कोविड-19 की रोकथाम के लिए टीका लगवा सकेंगे।
सरकार ने टीकाकरण अभियान में ढील देते हुए राज्यों, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे टीका निर्माताओं से खुराक खरीदने की अनुमति भी दे दी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।