कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाएगी दिल्ली सरकार
punjabkesari.in Tuesday, Apr 20, 2021 - 05:56 PM (IST)

नयी दिल्ली, 20 अप्रैल (भाषा) दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को घोषणा की कि कोविड-19 मरीजों के लिए आगामी कुछ दिन में राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न अस्पतालों एवं उपचार केंद्रों में करीब 2,700 अतिरिक्त बिस्तरों की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने लोगों को आश्वान दिया कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
कोरोना वायरस संकट गहराने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार रात दस बजे से 26 अप्रैल सुबह पांच बजे तक छह दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए ऐसा करना जरूरी है क्योंकि शहर की स्वास्थ्य प्रणाली की क्षमता चूक रही है।
सिसोदिया ने मंगलवार को एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ढाई सप्ताह में यहां बिस्तरों की संख्या तिगुनी हो गई है। आगामी कुछ दिनों में 2,700 और बिस्तरों का प्रबंध किया जाएगा। कोविड-19 के अधिकतर मरीज घर में ही पृथक-वास में ठीक हो रहे हैं। जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती किए जाने की आवश्यकता है, मैं उनसे अपील करता हूं कि वे बिस्तर की उपलब्धता के बारे में ऐप के जरिए पहले पता कर लें और इसके बाद अस्पताल जाएं। तीन अप्रैल को दिल्ली में कोविड-19 बेड 6,071 थे जो 20 अप्रैल को 19101 तक पहुंच गये। ’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बुराड़ी अस्पताल में 320 बिस्तर हैं जिन्हें 800 तक बढ़ाया जाएगा। इसी प्रकार अंबेडकर नगर अस्पताल में बिस्तर 200 से बढ़ाकर 600 और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में बिस्तर 250 से बढ़ाकर 850 किये जायेंगे।
मंत्री ने कहा कि आचार्य श्री भिक्षु और डीआरडीओ के कोविड-19 सेंटर में करीब ढाई सौ बिस्तर बढ़ाये जायेंगे तथा नरेला के सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में बिस्तर 200 से बढ़ाकर 400 किये जायेंगे।
कोविड-19 के नोडल मंत्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के एक विद्यालय को एलएनजेपी अस्पताल से जोड़ा जाएगा और इससे 125 बिस्तर बढेंगे तथा राष्ट्रमंडल खेल गांव में 500 बिस्तरों का एक केंद्र स्थपित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ ‘‘ये सारे बिस्तर अगले चार पांच दिनों में तैयार हो जाएंगे। अब भी करीब 2500 ऐसे बिस्तर हैं जो खाली हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ लोगों को डर के मारे अस्पताल नहीं भागना चाहिए बल्कि कोविड-19 के प्रभावी उपचार के तौर पर घर में पृथकवास को अपनाना चाहिए । घर में पृथक वास इस बीमारी से लड़ने का प्रभावी तरीका है। घर में पृथक वास के दौरान डॉक्टर फोन पर लोगों के नियमित संपर्क में रहते हैं। यदि आपको उच्च ज्वर या गंभीर लक्षण हों तभी अस्पताल जाइए। ’’
उपमुख्यमंत्री ने लोगों से नहीं घबराने तथा लॉकडाउन नियमों का पालन करने की अपील की।
शहर में सोमवार को कोरोना वायरस से सर्वाधिक 240 मौतें हुईं और 23,686 नए मामले सामने आए । यहां संक्रमित होने की दर बढ़कर 26.12 प्रतिशत हो गई है। शहर में पांच दिनों में 823 मौतें हुई हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कोरोना वायरस संकट गहराने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार रात दस बजे से 26 अप्रैल सुबह पांच बजे तक छह दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए ऐसा करना जरूरी है क्योंकि शहर की स्वास्थ्य प्रणाली की क्षमता चूक रही है।
सिसोदिया ने मंगलवार को एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ढाई सप्ताह में यहां बिस्तरों की संख्या तिगुनी हो गई है। आगामी कुछ दिनों में 2,700 और बिस्तरों का प्रबंध किया जाएगा। कोविड-19 के अधिकतर मरीज घर में ही पृथक-वास में ठीक हो रहे हैं। जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती किए जाने की आवश्यकता है, मैं उनसे अपील करता हूं कि वे बिस्तर की उपलब्धता के बारे में ऐप के जरिए पहले पता कर लें और इसके बाद अस्पताल जाएं। तीन अप्रैल को दिल्ली में कोविड-19 बेड 6,071 थे जो 20 अप्रैल को 19101 तक पहुंच गये। ’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बुराड़ी अस्पताल में 320 बिस्तर हैं जिन्हें 800 तक बढ़ाया जाएगा। इसी प्रकार अंबेडकर नगर अस्पताल में बिस्तर 200 से बढ़ाकर 600 और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में बिस्तर 250 से बढ़ाकर 850 किये जायेंगे।
मंत्री ने कहा कि आचार्य श्री भिक्षु और डीआरडीओ के कोविड-19 सेंटर में करीब ढाई सौ बिस्तर बढ़ाये जायेंगे तथा नरेला के सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में बिस्तर 200 से बढ़ाकर 400 किये जायेंगे।
कोविड-19 के नोडल मंत्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के एक विद्यालय को एलएनजेपी अस्पताल से जोड़ा जाएगा और इससे 125 बिस्तर बढेंगे तथा राष्ट्रमंडल खेल गांव में 500 बिस्तरों का एक केंद्र स्थपित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ ‘‘ये सारे बिस्तर अगले चार पांच दिनों में तैयार हो जाएंगे। अब भी करीब 2500 ऐसे बिस्तर हैं जो खाली हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ लोगों को डर के मारे अस्पताल नहीं भागना चाहिए बल्कि कोविड-19 के प्रभावी उपचार के तौर पर घर में पृथकवास को अपनाना चाहिए । घर में पृथक वास इस बीमारी से लड़ने का प्रभावी तरीका है। घर में पृथक वास के दौरान डॉक्टर फोन पर लोगों के नियमित संपर्क में रहते हैं। यदि आपको उच्च ज्वर या गंभीर लक्षण हों तभी अस्पताल जाइए। ’’
उपमुख्यमंत्री ने लोगों से नहीं घबराने तथा लॉकडाउन नियमों का पालन करने की अपील की।
शहर में सोमवार को कोरोना वायरस से सर्वाधिक 240 मौतें हुईं और 23,686 नए मामले सामने आए । यहां संक्रमित होने की दर बढ़कर 26.12 प्रतिशत हो गई है। शहर में पांच दिनों में 823 मौतें हुई हैं।
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