पंजाब सरकार ने आढ़तियों की तरफ से उपलब्ध करायी जाने वाली बोरियों में गेहूं रखने की मंजूरी दी
Sunday, Apr 18, 2021 - 10:06 PM (IST)
चंडीगढ़, 18 अप्रैल (भाषा) पंजाब सरकार ने आढ़तियों द्वारा उपलब्ध करायी जाने वाली अच्छी गुणवत्ता की बोरियों में गेहूं रखने की मंजूरी दे दी है। इस कदम का मकसद मौजूदा रबी विपणन सत्र में खरीद प्रक्रिया को सुचारू बनाये रखना है।
रविवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार इससे पंजाब में मंडियों में बोरियों की कमी नहीं होगी। मंडियों में गेहूं की आवक बढ़कर 8 लाख टन प्रतिदिन पहुंच गयी है। इससे बोरियों और नये पीपी (पॉलीप्रोपीलीन) बैग की देश भर में कमी हो गयी है।
पीपी बैग का उपयोग कृषि उत्पादों के भंडारण और परिवहन में किया जाता है।
मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ खरीद स्थिति की समीक्षा की।
अमृतसर, गुरूदासपुर, तरनतारन और फिरोजपुर जैसे सीमावर्ती जिलों में खरीदी की धीमी गति के बारे में अधिकारियों ने कहा कि इन क्षेत्रों में मंडियों में आ रहे अनाज के दाने हल्के हैं। इसके अनुसार भारत सरकार से इसकी खरीद से पहले खरीद दिशानिर्देशों में छूट की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार ने 16 अप्रैल को केंद्र को पत्र लिखकर हल्के दाने वाले गेहूं की खरीद के संदर्भ में ढील की मांग की थी।
बयान के अनुसार केंद्र से जवाब की अभी प्रतीक्षा है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
रविवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार इससे पंजाब में मंडियों में बोरियों की कमी नहीं होगी। मंडियों में गेहूं की आवक बढ़कर 8 लाख टन प्रतिदिन पहुंच गयी है। इससे बोरियों और नये पीपी (पॉलीप्रोपीलीन) बैग की देश भर में कमी हो गयी है।
पीपी बैग का उपयोग कृषि उत्पादों के भंडारण और परिवहन में किया जाता है।
मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ खरीद स्थिति की समीक्षा की।
अमृतसर, गुरूदासपुर, तरनतारन और फिरोजपुर जैसे सीमावर्ती जिलों में खरीदी की धीमी गति के बारे में अधिकारियों ने कहा कि इन क्षेत्रों में मंडियों में आ रहे अनाज के दाने हल्के हैं। इसके अनुसार भारत सरकार से इसकी खरीद से पहले खरीद दिशानिर्देशों में छूट की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार ने 16 अप्रैल को केंद्र को पत्र लिखकर हल्के दाने वाले गेहूं की खरीद के संदर्भ में ढील की मांग की थी।
बयान के अनुसार केंद्र से जवाब की अभी प्रतीक्षा है।
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