दूरसंचार बाजार निजी क्षेत्र के सिर्फ तीन खिलाड़ियों तक सिमटा, एक पर सवालिया निशान: मित्तल

Thursday, Apr 15, 2021 - 09:51 PM (IST)

नयी दिल्ली, 15 अप्रैल (भाषा) एयरटेल तीन-चार बड़े संकटों से उबरकर अब बाजार में कई मोर्चों पर एक स्वस्थ आकार में है। इनमें 2016 में जियो के आने के बाद पैदा हुई अड़चनें भी शामिल हैं। भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने बृहस्पतिवार को यह बात कही।
मित्तल ने कहा कि अब दूरसंचार बाजार तीन निजी क्षेत्र के ऑपरेटरों तक सिमट गया है, जिसमें से एक पर सवालिया निशान लगातार बढ़ रहा है।
मित्तल ने कहा कि अगले पांच से 10 साल में भारत औद्योगिक, डिजिटल विस्तार तथा आत्मनिर्भरता के जरिये प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में एक बड़ी ताकत होगा।
अमेजन संभव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मित्तल ने कहा कि एयरटेल ने दिखाया है कि यह ऐसी कंपनी है जो संकट में भी आगे बढ़ सकती है। एयरटेल तीन-चार संकटों से मजबूत होकर निकली है। आज यह एक स्वस्थ आकार में है।
मित्तल ने कहा, ‘‘इनमें हालिया संकट 2016 में जियो की शुरुआत थी। यह सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वियों में रहा है। जियो ने एक साल तक मुफ्त में सेवाएं दी, फिर एक साल तक काफी कम मूल्य पर सेवाएं दी, सब्सिडी वाले फोन दिए। बाजार बिगाड़ने वाली कीमत पेश की। सब तरह की चीजें हुईं। इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए 12 में से नौ ऑपरेटरों ने अपना बोरिया बिस्तर बांध लिया। ये ऑपरेटर दिवालिया हो गए। हमारे साथ या एक-दूसरे के साथ इनका विलय हो गया। ’’
बिना किसी का नाम लिए मित्तल ने कहा कि आज हम तीन निजी ऑपरेटरों तक सिमट गए हैं। इनमें स्पष्ट तौर पर एक ऑपरेटरों पर लगातार सवालिया निशान लग रहा है। ऐसे में हमारे 1.3 अरब की आबादी वाले देश में हम सिर्फ ढाई ऑपरेटरों तक सिमट गए हैं। हमने अंतिम इम्तिहान भी पास कर लिया है।

एयरटेल ने प्रतिस्पर्धा का डटकर मुकाबला किया, अपना बाजार हिस्सा बढ़ाया, ब्रांड से जुड़े रहने के उपाय किये, ब्रांड इंडेक्स में सुधार किया और पिछले आठ- नौ माह में अधिक ग्राहकों को अपने साथ जोडा़।

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PTI News Agency

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