फेसबुक, इंस्टाग्राम पर घृणित सामग्री के खिलाफ अपील की व्यवस्था, स्वतंत्र बोर्ड करेगा निर्णय
Tuesday, Apr 13, 2021 - 08:12 PM (IST)
नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) फेसबुक के स्वतंत्र निगरानी बोर्ड ने मंगलवार को कहा कि वह अब फेसबुक और इंस्टाग्राम के उपयोगकर्ताओं की शिकायतों को स्वीकार करेगा और उस पर विचार करेगा। बोर्ड के अनुसार वह सोशल मीडिया का उपयोग करने वाले ऐसे लोगों की शिकायतों को सुनेगा जिनका मानना है कि कंपनी ने घृणित सोशल मीडिया पोस्ट, वीडियो और अन्य सामग्रियों को नटवर्क पर बनाए रखने की छूट दे रखी है।
फेसबुक को दुनिया के कई देशों में आंकड़ों में सेंध और नफरत फैलाने वाली सामग्रियों को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। उसको देखते हुए सोशल मीडिया कंपनी ने अवांछित सामग्री पर नजर रखने और विचार के लिये निगरानी बोर्ड का गठन किया है।
बोर्ड में पूर्व न्यायाधीश, पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं। ये लोग लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर डाले गये पोस्ट, वीडियो समेत अन्य सामग्रियों को लेकर उपयोगकर्ताओं की अपील की समीक्षा करते हैं और सोशल नेटवर्किंग मंचों के लिये सामग्रियों को लेकर बाध्यकारी निर्णय करते हैं।
निगरानी बोर्ड प्रशसन के निदेशक थॉमस ह्यूज ने एक बयान में कहा, ‘‘उन उपयोगकर्ताओं को सामग्रियों को लेकर अपील का अधिकार दिया गया है जो उन्हें फेसबुक से हटवाना चाहते हैं। यह निगरानी बोर्ड के सामर्थ्य का एक बड़ा विस्तार है।’’
बोर्ड के अनुसार सह संतुलित सामग्री के संबंध में एक पारदर्शी मॉडल अपनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
बयान के अनुसार बोर्ड स्वतंत्र रूप से जो भी निर्णय करेगा, वह फेसबुक पर बाध्य होगा।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2020 से उपयोगकर्ताओं को अपनी खुद की सामग्री को हटाये जाने को लेकर अपील करने का अधिकार दिया गया है।
अब आने वाले दिनों में उपयोगकर्ता फेसबुक की अपील प्रक्रिया का उपयोग करने के बाद - निगरानी बोर्ड बोर्ड संदर्भ आईडी प्राप्त करेंगे और औपचारिक रूप से स्वतंत्र समीक्षा के लिए अपील कर सकते हैं।
बयान के अनुसार जिन सामग्रियों की समीक्षा की जा सकती है, उनमें पोस्ट, ‘स्टेटस’ को अद्यतन करना, फोटो, वीडियो, टिप्पणियां और उसे साझा करना शामिल हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
फेसबुक को दुनिया के कई देशों में आंकड़ों में सेंध और नफरत फैलाने वाली सामग्रियों को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। उसको देखते हुए सोशल मीडिया कंपनी ने अवांछित सामग्री पर नजर रखने और विचार के लिये निगरानी बोर्ड का गठन किया है।
बोर्ड में पूर्व न्यायाधीश, पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं। ये लोग लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर डाले गये पोस्ट, वीडियो समेत अन्य सामग्रियों को लेकर उपयोगकर्ताओं की अपील की समीक्षा करते हैं और सोशल नेटवर्किंग मंचों के लिये सामग्रियों को लेकर बाध्यकारी निर्णय करते हैं।
निगरानी बोर्ड प्रशसन के निदेशक थॉमस ह्यूज ने एक बयान में कहा, ‘‘उन उपयोगकर्ताओं को सामग्रियों को लेकर अपील का अधिकार दिया गया है जो उन्हें फेसबुक से हटवाना चाहते हैं। यह निगरानी बोर्ड के सामर्थ्य का एक बड़ा विस्तार है।’’
बोर्ड के अनुसार सह संतुलित सामग्री के संबंध में एक पारदर्शी मॉडल अपनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
बयान के अनुसार बोर्ड स्वतंत्र रूप से जो भी निर्णय करेगा, वह फेसबुक पर बाध्य होगा।
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2020 से उपयोगकर्ताओं को अपनी खुद की सामग्री को हटाये जाने को लेकर अपील करने का अधिकार दिया गया है।
अब आने वाले दिनों में उपयोगकर्ता फेसबुक की अपील प्रक्रिया का उपयोग करने के बाद - निगरानी बोर्ड बोर्ड संदर्भ आईडी प्राप्त करेंगे और औपचारिक रूप से स्वतंत्र समीक्षा के लिए अपील कर सकते हैं।
बयान के अनुसार जिन सामग्रियों की समीक्षा की जा सकती है, उनमें पोस्ट, ‘स्टेटस’ को अद्यतन करना, फोटो, वीडियो, टिप्पणियां और उसे साझा करना शामिल हैं।
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