भारत ने महामारी से सबक लिया, टीका निर्माता एवं निर्यातक बना : विजय राघवन

punjabkesari.in Tuesday, Apr 13, 2021 - 07:11 PM (IST)

नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने मंगलवार को कहा कि भारत ने कोविड-19 महामारी से तेजी से सबक लिया और वह न केवल टीका का निर्यातक बना बल्कि उसने इसका विकास भी किया ।

‘रायसीना डॉयलाग 2021’ के एक सत्र को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए राघवन ने कहा कि जब महामारी आई तब निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई), स्वास्थ्य सेवा उपकरण, वेंटीलेटर की भारत में कम आपूर्ति थी, क्योंकि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हो गई थी ।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने तेजी से सबक सीखा और तत्काल दो बातों पर ध्यान दिया । हमने उत्पादन को बढ़ाया । टीके के मोर्चे पर हमने कुछ ऐसा किया जो काफी प्रभावित करने वाला था । इसके अलावा हमने दूसरे स्थानों पर विकसित किये गए टीके का उत्पादन बढ़ाया । हमने अपने यहां टीके भी विकसित किये । ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ भारत तत्काल ही न केवल टीके का बड़ा निर्यातक बना बल्कि टीका विकसित करने वाला देश भी बन गया । ’’
राघवन ने कहा कि भारत कई टीकों का विकास कर रहा है, जो विकास के विभिन्न चरणों में हैं ।
गौरतलब है कि भारत के औषधि महानियंत्रक ने जनवरी में कोविड-19 रोधी दो टीके के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी जिसमें से एक भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और आक्सफोर्ड एस्ट्राजेनिका की कोविशील्ड शामिल है । कोविशील्ड का उत्पादन पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया कर रहा है ।
डीजीसीआई ने रूसी टीके ‘स्पूतनिक V’ को भी मंजूरी दी है ।

स्वदेशी टीके में जाइडस कैडिला, बायोलाजिकल ई और जेन्नोवा का भी विकास हो रहा है और भारत में इनका क्लीनिकल ट्रायल उन्नत चरणों में हैं।
राघवन ने कहा, ‘‘ न केवल बड़ी कंपनियां बल्कि हमारा शिक्षा क्षेत्र भी टीके के विकास में लगा हुआ है । आप जल्द ही इसके परिणाम देखेंगे । ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में यह बदली हुई स्थिति को प्रदर्शित करता है जहां न केवल हम वर्तमान महामारी से मुकाबला कर सकेंगे बल्कि आने वाले समय के लिये हमारी तैयारी होगी तथा हम वैश्विक सेवा में योगदान कर सकेंगे ।


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PTI News Agency

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