अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों के मुद्दे पर भारतीय मंत्रियों के साथ चर्चा हुई: ऑस्टिन

punjabkesari.in Saturday, Mar 20, 2021 - 10:27 PM (IST)

नयी दिल्ली, 20 मार्च (भाषा) अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शनिवार को कहा कि उन्होंने यहां केंद्रीय मंत्रियों के साथ भारत में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों के मुद्दे पर चर्चा की।

पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा गतिरोध पर एक सवाल के जवाब में ऑस्टिन ने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि अमेरिका ने ऐसा कभी नहीं सोचा था कि भारत और चीन एक युद्ध की दहलीज पर थे।

यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ विशेष रूप से भारत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन पर चर्चा की तो ऑस्टिन ने कहा कि उन्हें इस बारे में उनसे बात करने का मौका नहीं मिला।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उस बारे में उनके साथ बात करने का अवसर नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मैंने इस मुद्दे पर कैबिनेट के अन्य सदस्यों के साथ बातचीत की है।’’
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमें यह याद रखना होगा कि भारत हमारा साझेदार है, जिसकी साझेदारी हमारे लिए मायने रखती हैं और मुझे लगता है कि साझेदारों को सार्थक चर्चाएं किये जाने की जरूरत है।’’
इससे पूर्व दिन में ऑस्टिन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ कई मुद्दों पर विस्तृत वार्ता करने के बाद कहा कि भारत तेजी से बदल रहे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में एक बहुत महत्वपूर्ण साझेदार बनता जा रहा है और अमेरिका क्षेत्र के प्रति अपने रुख के आधार स्तम्भ के तौर पर भारत के साथ एक अग्रगामी रक्षा साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है।
ऑस्टिन शुक्रवार को तीन दिनों के दौरे पर यहां पहुंचे थे। वह तीन देशों की यात्रा के तहत भारत आए हैं। उनके इस दौरे से बाइडन प्रशासन के हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने करीबी सहयोगियों और साझेदारों के साथ संबंधों की मजबूत प्रतिबद्धता का संकेत मिलता है।
इसके बाद उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मुख्य वैश्विक घटनाक्रमों सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।

सूत्रों के अनुसार जयशंकर के साथ एक घंटे की बैठक के दौरान ऑस्टिन ने कहा कि दुनिया में दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के रूप में, मानवाधिकार और मूल्य महत्वपूर्ण हैं, और अमेरिका इन मूल्यों के साथ नेतृत्व करेगा।

जयशंकर ने सहमति व्यक्त की और जोर दिया कि दोनों लोकतंत्रों के बीच एक मजबूत रिश्ता न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए महत्वपूर्ण है।

ऑस्टिन से जब पूछा गया कि क्या अमेरिका ने भारत और चीन के बीच युद्ध आसन्न होने के बारे में सोचा था तो उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं सोचा था।

रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा, ‘‘मेरी जानकारी में नहीं। हमने कभी नहीं माना कि भारत और चीन युद्ध की दहलीज पर हैं।’’
चीन के आक्रामक व्यवहार का मुकाबला करने के तरीकों के बारे पूछे जाने पर अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि अमेरिका भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान जैसे समान विचारों वाले देशों और इस क्षेत्र में अन्य के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा।

ऑस्टिन ने शुक्रवार को दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी वार्ता की थी।



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