कोविड-19 टीकाकरण का अगला चरण शुरू होने के साथ ही प्रमुख नेताओं ने टीका लगवाया
punjabkesari.in Monday, Mar 01, 2021 - 11:39 PM (IST)
नयी दिल्ली, एक मार्च (भाषा) उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह उन शीर्ष नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने सोमवार को टीकाकरण अभियान के अगले चरण की शुरुआत के साथ ही कोरोना वायरस टीके की पहली खुराक ली।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेशमंत्री एस जयशंकर, असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने भी टीके लगवाए।
देश ने स्वास्थ्य कर्मियों और कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों के लिए 16 जनवरी से शुरू टीकाकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। राजस्थान, तमिलनाडु और पंजाब के राज्यपालों ने भी टीके लगवाए। साथ ही केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी टीका लगवाया।
हालांकि पंजीकरण सुबह 9 बजे खुला लेकिन प्रधानमंत्री अपनी पहली खुराक लेने के लिए सुबह ही दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचे। उन्होंने पात्र सभी लोगों से अपील की कि वे टीका लें।
मोदी ने सुबह 7.06 बजे ट्वीट किया, ‘‘एम्स में कोविड-19 टीके की अपनी पहली खुराक ली। हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए जिस तरह से कम समय में काम किया है, वह असाधारण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन सभी से टीका लेने की अपील करता हूं जो पात्र हैं । हमें भारत को कोविड-19 मुक्त बनाने की जरूरत है।’’
अधिकारियों ने कहा कि पूर्व में वायरस से संक्रमित हुए शाह ने भी टीके की पहली खुराक ली।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली के मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों ने शाह को टीका लगाया।
उपराष्ट्रपति ने राजकीय मेडिकल कॉलेज, चेन्नई में टीके की अपनी पहली खुराक ली।
नायडू ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं सभी पात्र लोगों से अपील करता हूं कि वे टीका लगवायें और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में शामिल हों।’’
जयशंकर ने स्वदेशी तौर पर विकसित कोवैक्सीन की खुराक ली। उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षित महसूस किया, सुरक्षित यात्रा करेंगे।’’
कुमार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की मौजूदगी में पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल में टीका लगाया गया और उन्होंने लोगों से अपील की कि वे राज्य में कोविड-19 के मामलों के घटने के मद्देनजर ऐहतियात को कम न होने दें।
पटनायक ने टीका लेने के बाद कहा, ‘‘वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का आभारी हूं कि उन्होंने लोगों को इतने कम समय में टीका उपलब्ध कराया।’’
पवार, उनकी पत्नी प्रतिभा पवार और बेटी एवं सांसद सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र के एक निगम अस्पताल में एस्ट्राज़ेनेका-ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड टीके की पहली खुराक दी गई।
सरमा ने कोविड-19 टीके की अपनी पहली खुराक गौहाटी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में ली। उन्होंने कहा, ‘‘पूरे असम में हमारे अस्पताल टीकाकरण की त्वरित शुरुआत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।’’
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने जयपुर के राजभवन में पहली खुराक ली, जबकि तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने चेन्नई में टीका लिया। पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनोर ने अपनी खुराक ली और लोगों से जल्द से जल्द टीका लगवाने की अपील की।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने एम्स दिल्ली में टीका लिया। सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘सभी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोविड-19 मुक्त भारत आंदोलन में शामिल हों।’’
अधिकारियों ने कहा कि द्रविड़ार कषगम के अध्यक्ष के. वीरमणि ने भी चेन्नई के राजीव गांधी सरकारी अस्पताल में टीका लगवाया।
इंफोसिस के सह-संस्थापकों एन आर नारायणमूर्ति और के गोपालकृष्णन, लेखक सुधा मूर्ति, पूर्व विदेश सचिव निरुपमा मेनन राव के 102 वर्षीय रिश्तेदार सहित कई वरिष्ठ नागरिकों ने कर्नाटक में टीके लगवाए।
गांधीनगर के एक निजी अस्पताल में टीका लगवाने वालों में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की पत्नी अंजलि शामिल थीं, जिन्होंने कहा कि उन्होंने टीका ‘‘यह संदेश देने के लिए लिया है कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है और उन्हें कोरोना वायरस को हराने के लिए टीका लगवाना चाहिए।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेशमंत्री एस जयशंकर, असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने भी टीके लगवाए।
देश ने स्वास्थ्य कर्मियों और कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों के लिए 16 जनवरी से शुरू टीकाकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। राजस्थान, तमिलनाडु और पंजाब के राज्यपालों ने भी टीके लगवाए। साथ ही केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी टीका लगवाया।
हालांकि पंजीकरण सुबह 9 बजे खुला लेकिन प्रधानमंत्री अपनी पहली खुराक लेने के लिए सुबह ही दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचे। उन्होंने पात्र सभी लोगों से अपील की कि वे टीका लें।
मोदी ने सुबह 7.06 बजे ट्वीट किया, ‘‘एम्स में कोविड-19 टीके की अपनी पहली खुराक ली। हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए जिस तरह से कम समय में काम किया है, वह असाधारण है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन सभी से टीका लेने की अपील करता हूं जो पात्र हैं । हमें भारत को कोविड-19 मुक्त बनाने की जरूरत है।’’
अधिकारियों ने कहा कि पूर्व में वायरस से संक्रमित हुए शाह ने भी टीके की पहली खुराक ली।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली के मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों ने शाह को टीका लगाया।
उपराष्ट्रपति ने राजकीय मेडिकल कॉलेज, चेन्नई में टीके की अपनी पहली खुराक ली।
नायडू ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैं सभी पात्र लोगों से अपील करता हूं कि वे टीका लगवायें और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में शामिल हों।’’
जयशंकर ने स्वदेशी तौर पर विकसित कोवैक्सीन की खुराक ली। उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षित महसूस किया, सुरक्षित यात्रा करेंगे।’’
कुमार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की मौजूदगी में पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल में टीका लगाया गया और उन्होंने लोगों से अपील की कि वे राज्य में कोविड-19 के मामलों के घटने के मद्देनजर ऐहतियात को कम न होने दें।
पटनायक ने टीका लेने के बाद कहा, ‘‘वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का आभारी हूं कि उन्होंने लोगों को इतने कम समय में टीका उपलब्ध कराया।’’
पवार, उनकी पत्नी प्रतिभा पवार और बेटी एवं सांसद सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र के एक निगम अस्पताल में एस्ट्राज़ेनेका-ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड टीके की पहली खुराक दी गई।
सरमा ने कोविड-19 टीके की अपनी पहली खुराक गौहाटी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में ली। उन्होंने कहा, ‘‘पूरे असम में हमारे अस्पताल टीकाकरण की त्वरित शुरुआत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।’’
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने जयपुर के राजभवन में पहली खुराक ली, जबकि तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने चेन्नई में टीका लिया। पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनोर ने अपनी खुराक ली और लोगों से जल्द से जल्द टीका लगवाने की अपील की।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने एम्स दिल्ली में टीका लिया। सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘सभी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोविड-19 मुक्त भारत आंदोलन में शामिल हों।’’
अधिकारियों ने कहा कि द्रविड़ार कषगम के अध्यक्ष के. वीरमणि ने भी चेन्नई के राजीव गांधी सरकारी अस्पताल में टीका लगवाया।
इंफोसिस के सह-संस्थापकों एन आर नारायणमूर्ति और के गोपालकृष्णन, लेखक सुधा मूर्ति, पूर्व विदेश सचिव निरुपमा मेनन राव के 102 वर्षीय रिश्तेदार सहित कई वरिष्ठ नागरिकों ने कर्नाटक में टीके लगवाए।
गांधीनगर के एक निजी अस्पताल में टीका लगवाने वालों में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की पत्नी अंजलि शामिल थीं, जिन्होंने कहा कि उन्होंने टीका ‘‘यह संदेश देने के लिए लिया है कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है और उन्हें कोरोना वायरस को हराने के लिए टीका लगवाना चाहिए।’’
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